जीवन परिचय

10 जुलाई 1951 को उत्तर प्रदेश के बाभोरा गांव, तहसील चकिया, जिला वाराणसी (अब जिला चंदौली में स्थित) में श्री रामबदन सिंह और श्रीमती गुजराती देवी के घर श्री राजनाथ सिंह का जन्म हुआ।

उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव से पूरी की औऱ आगे की पढ़ाई करते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय से एमएससी फिजिक्स में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। मिर्जापुर जिले के पोस्ट ग्रैजुएट कॉलेज में बतौर फिजिक्स लेक्चरर का कार्यभार संभाला।


1977 - उत्तर प्रदेश विधानसभा से विधायक 

1983 - उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश सचिव 

1984भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष

1986 से 1988 -  भाजपा युवा मोर्चा के महासचिव और 1988 में राष्ट्रीय अध्यक्ष बने

1988 से 1991 तक 

1988 में उत्तर प्रदेश विधानसभा में एमएलसी के लिए निर्वाचित हुए और 1991 में शिक्षा मंत्री बने। उत्तर प्रदेश में बतौर शिक्षा मंत्री के अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने नकल पर लगाम लगाने और वैदिक गणित को पाठ्यक्रम में शामिल करने व इसके साथ ही इतिहास की पाठ्यपुस्तकों में मौजूद भ्रामक जानकारियों को दूर करने जैसे अहम कार्य किए थे।

1994 - राज्यसभा सांसद बने और भाजपा के लिए राज्यसभा में व्हिप के प्रमुख भी बने

199725 मार्च, 1997 को उन्होंने उत्तर प्रदेश भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण किया। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने संगठन को और भी मजबूत बनाने का काम किया। कई राजनीतिक संकटों को दौरान उन्होंने पार्टी को मजबूत नेतृत्व देकर सक्षम बनाया है।

1999 -  22 नवंबर, 1999 को वह केन्द्रीय परिवहन मंत्री बने। इस दौरान उन्हें श्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वप्न परियोजना नेशनल हाईवे डेवलपमेंट प्रॉजेक्ट पर कार्य करने का अवसर मिला। 

200028 अक्तूबर, 2000 को वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और बाराबांकी के हैदरगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधायक चुने गए। 2002 में उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव का पद संभाला।

200324 मई, 2003 को उन्होंने केन्द्रीय कृषि मंत्री एवं खाद्य सुरक्षा का भार संभाला। इस दौरान उन्होंने किसान कॉल सेंटर और फसल आय सुरक्षा स्कीम जैसी योजनाओं पर काम किया।

20042004 में एक बार फिर उन्हें भाजपा का महासचिव पद प्राप्त हुआ। बतौर महासचिव उन्होंने छत्तीसगढ़ और झारखंड की कमान संभाली और दोनों राज्यों में अपने संगठनात्मक काबिलियत के इस्तेमाल से भाजपा को जीत दिलाई।

200531 दिसंबर 2005 को श्री राजनाथ सिंह ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने बतौर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष देश के हर कोने का दौरा किया। साथ ही उन्होंने भारत सुरक्षा यात्रा भी की जिसमें आंतरिक सुरक्षा और आतंकवाद की समस्या से परेशान कई राज्यों, जिलों और जगहों के दौरे शामिल थे। उन्होंने महंगाई, किसानों के मुद्दों और यूपीए सरकार की कई नीतियों पर प्रहार किया।