भाजपा का सवाल : क्या नए साल के मौक़े पर प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़ को कोरोना संक्रमण का गिफ़्ट दे रही है? भाजपा मीडिया प्रभारी नालिनीश ठोकने ने कहा - अभी से प्रदेश में रोज़ ढाई हज़ार कोरोना संक्रमित मरीज़ मिलने लगे हैं, लेकिन सरकार नाम की कोई संस्था और प्रशासनिक म
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रभारी नालिनीश ठोकने ने सवाल किया है कि क्या नए साल के मौक़े पर प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़ को कोरोना संक्रमण का गिफ़्ट दे रही है? हालात इतने भयावह हो चले हैं कि छत्तीसगढ़ आज संक्रमण के सामुदायिक प्रसार (कम्युनिटी स्प्रेड) के क़ग़ार पर पहुँच गया है। श्री ठोकने ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग अब फिर कोरोना संक्रमण की त्रासदी केवल और केवल प्रदेश सरकार के नाक़ारापन के कारण भोगने के लिए विवश हैं।
श्री ठोकने ने कहा कि छत्तीसगढ़, और विशेषकर राजधानी में कोरोना संक्रमण की एकाएक बढ़ी दर प्रदेश सरकार की घोर लापरवाही और निकम्मेपन का जीता-जागता प्रमाण है। राजधानी में न्यू ईयर पार्टी के बाद तेज़ी से बढ़े कोरोना पॉज़ीटिव मामलों ने प्रदेश को एक बार फिर दहशत के साए में धकेल दिया है। श्री ठोकने ने कहा कि कोरोना को लेकर अपनी तैयारियों का ढोल पीटकर प्रदेश को ग़ुमराह करके लफ़्फ़ाजियाँ करती कांग्रेस की प्रदेश सरकार की नाक के नीचे राजधानी में संक्रमण दर 8.5 फ़ीसदी तक पहुँच चुकी है लेकिन बावज़ूद इसके, प्रदेश सरकार बजाय कोरोना रोकथाम के पुख़्ता इंतज़ााम करने के सियासी नौटंकियों और गाइडलाइंस तय करने के ढकोसले करने में ही मशगूल है। श्री ठोकने ने कहा कि अभी से प्रदेश में रोज़ लगभग कोरोना संक्रमित ढाई हज़ार मरीज़ मिलने लगे हैं, उसके बाद भी सरकार नाम की कोई संस्था और उसकी प्रशासनिक मशीनरी कहीं नज़र नहीं आ रही है। न लोगों को मास्क पहनने को कहा जा रहा है, न सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सख़्ती दिखाई जा रही है।
श्री ठोकने ने कहा कि कोविड गाइडलाइंस का ढोल पीटती प्रदेश सरकार और उसकी प्रशासनिक मशीनरी प्रदेश के अनेक हिस्सों में घोषित नाइट कर्फ़्यू तक का पालन नहीं करा पा रही है और देर रात तक होटल, बार, रेस्टोरेंट खुले रहते हैं जहाँ कोविड प्रोटोकॉल का क़तई पालन नहीं हो रहा है। इसी प्रकार कोरोना टेस्ट की रफ़्ताार भी नहीं बढ़ाई जा रही है, ट्रेसिंग ठीक से नहीं की जा रही है। श्री नलिनीश ठोकने ने कहा कि प्रदेश सरकार का निकम्मापन देखकर तो ऐसा लग रहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण है ही नहीं। आख़िर राज्य सरकार कर क्या रही है? राज्य सरकार चाहती क्या है और जो नित-नया पाखंड रच रही है, उसके पीछे उसकी मंशा क्या है? न्यू ईयर पार्टीज़ के ज़रिए प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर को न्योता देने वाली प्रदेश सरकार आख़िर छत्तीसगढ़ के लोगों से कौन-सी दुश्मनी भंजा रही है? प्रदेश के लोगों से इस कांग्रेस सरकार को तक़लीफ़ क्या है? श्री ठोकने ने कहा कि प्रदेश सरकार की लापरवाही के चलते हुई न्यू ईयर पार्टीज़ का दुष्परिणाम आज प्रदेश देख और भोग रहा है।