रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि प्रदेश को नक्सली आतंक से मुक्त करने का वादा और दावा करती प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ को नक्सलियों के बर्बर 'तालिबानी आतंक' की अंधी गली में धकेल दिया है। बीजापुर ज़िले के गंगालुर थाना क्षेत्र में इडिनार में जन अदालत लगाकर एक युवती समेत तीन युवकों को पुलिस मुख़बिरी के शक़ में की गई निर्मम हत्या के मामले को ज़िक्र करते हुए श्री कौशिक ने कहा कि लगाातार इस तरह की हो रही हत्याओं पर प्रदेश सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाया है।
 
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि एक सभ्य और लोकतांत्रिक समाज में इस तरह की नक्सली वारदातें प्रदेश सरकार के लिए कलंक का टीका हैं। यह बेहद शर्मनाक और बर्बरता की पराकाष्ठा है कि छत्तीसगढ़ में रक्तपिपासु हो चले नक्सली तालिबानी शैली में लोगों, विशेषकर युवकों को सरेआम मौत के घाट उतार रहे हैं। श्री कौशिक ने कहा कि जबसे प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आई है, तबसे नक्सली ख़ूनी उत्पात मचा रहे हैं और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बजाय अपने संसाधनों का इस्तेमाल कर इन नक्सलियों पर नकेल कसने के केंद्र सरकार को नक्सली उन्मूलन का ज्ञान बाँटने में लगे रहते हैं। श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार को ‘अपनी सरकार’ बताकर रोज़ ख़ून बहाते नक्सलियों से प्रदेश की कांग्रेस सरकार आख़िर अपनी कौन-सी दोस्ती निभा रही है?
 
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि नक्सली बर्बरता के चलते नवंबर 2020 से नवंबर 2021 की अवधि में 12 लोगों को पुलिस मुख़बिरी के शक़ में हत्याएँकी गईं जिनमें से 8 लोगों को नक्सलियों ने तालिबानी शैली में जन अदालत लगाकर निर्ममतापूर्वक मौत के घाट उतार दिया। श्री कौशिक ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश के युवा, जो प्रदेश के लिए काम करके प्रदेश को आगे ले जाने के लिए समर्पित रहते हैं, उनकी बर्बरतापूर्वक पंचायत लगाकर सैकड़ों ग्रामीणों की मौज़ूदग़ी में हत्या करके जिस तरह का आतंकराज चलाया जा रहा है, उससे प्रदेश सरकार के वज़ूद, नायत और भरोसे पर सवाल उठने लाज़िमी हैं। श्री धरम लाल कौशिक ने कहा कि तालिबानी शैली में प्रदेश के युवाओं की हत्याओं पर प्रदेश सरकार मौन साधे बैठी है!