रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने प्रदेश में तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर प्रदेश सरकार को ढकोसलेबाजी छोड़कर रोकथाम के पुख़्ता इंतज़ाम पर ध्यान केंद्रित करने की नसीहत दी है। श्री साय ने कहा कि उत्तरप्रदेश और पंजाब की राजनीतिक नौटंकियों में मशगूल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के लोगों की क़तई चिंता नहीं कर रहे हैं और प्रदेश की जनता एक बार फिर कोरोना संक्रमण की त्रासदी केवल और केवल प्रदेश सरकार के नाक़ारापन के कारण भोगने के लिए विवश है।
 
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कल्याण कॉलेज के वायरल हुए वीडियो क्लिप का ज़िक़्र करते हुए कहा कि यह बेहद लज्जाजनक है कि लॉकडाउन और कोरोना की दोनों लहरों के भयावह दौर में शराबप्रेमियों को ऑनलाइन शराब मुहैया कराने और घर-घर शराब भिजवाकर दारू की कोचियागिरी करने वाली प्रदेश सरकार को यह क़तई नज़र नहीं आ रहा है कि कैसे विद्यार्थी भीड़ लगाकर अपने-अपने ऑफ़लाइन परीक्षा फार्म भर रहे हैं। प्रदेश सरकार विद्यार्थियों की सेहत से खिलवाड़ कर रही है और भारी संख्या में एकत्रित छात्र अपने परीक्षा फार्म ऑफ़लाइन भरने के लिए विवश किए जा रहे हैं! कोरोना संक्रमण को लेकर टूलकिटिया-दुराग्रह पर कटाक्ष कर प्रदेश सरकार से गंभीर सवाल कर उन पर स्थिति स्पष्ट करने कहा है :
 
() राजधानी में कोरोना संक्रमण की दर जो अब 15 फ़ीसदी से पार हो चली है, उस पर क़ाबू पाने के लिए प्रदेश सरकार के पाास क्या रोडमैप है?
 
() रोज़ कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बाद भी प्रदेश में सरकार और प्रशासन कहीं नज़र क्यों नहीं आ रहा है? लोगों को मास्क पहनने, नाइट कर्फ़्यू के पालन और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सख़्ती क्यों नहीं दिखाई जा रही है?
 
() प्रदेश सरकार बताए कि वह संक्रमण दर के कितने प्रतिशत होने के बाद सक्रिय होकर कोरोना के ख़िलाफ़ क़ारग़र पहल करने का इरादा रखती है?
 
() कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनज़र प्रदेश सरकार अब भी टेस्टिंग, ट्रेसिंग, इलाज के साथ-साथ क्वारेंटाइन सेंटर्स और अस्पतालों की पुख़्ता व्यवस्था के प्रति उदासीनता कब तक दिखाएगी?
 
() छत्तीसगढ़ आज संक्रमण के सामुदायिक प्रसार (कम्युनिटी स्प्रेड) के क़ग़ार पर पहुँच गया है, परंतु प्रदेश सरकार हालात की भयावहता को भाँपने के लिए तैयार ही नहीं है। आख़िर राज्य सरकार कर क्या रही है?
 
() कोरोना की रोकथाम के नाम पर अपने झूठे दावों का जो नित-नया पाखंड रच रही है, उसके पीछे उसकी मंशा क्या है? छत्तीसगढ़ के लोगों को दहशत के साए में धकेलकर प्रदेश सरकार आख़िर लोगों से कौन-सी दुश्मनी भंजा रही है?
 
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़, और विशेषकर राजधानी में कोरोना संक्रमण की एकाएक बढ़ी दर प्रदेश सरकार के नााकारापन का जीता-जागता नमूना है। राजधानी में तेज़ी से बढ़े कोरोना पॉज़ीटिव मामलों ने लोगों को दहशत के साए में धकेल दिया है और मुख्यमंत्री बघेल उत्तरप्रदेश में जब-तब चुनावी दौरे करने और पंजाब के मामले में जातिवादी राजनीति का कार्ड खेलकर अपने दिमाग़ी फ़ितूर का परिचय देने में मगन हैं। श्री साय ने कहा कि आपसी सत्ता-संघर्ष में उलझे मुख्यमंत्री बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कोरोना की पहली लहर में प्रदेश को धकेला, क्रिकेट मैट कराके प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का तांडव मचाया और अब नए साल के जश्न को छूट देकर प्रदेश में तीसरी लहर को न्योता दिया है। श्री साय ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर बरती जा रही लापरवाही से प्रदेश सरकार का टूलकिटिया-चरित्र बेनक़ाब हो रहा है।