0 कांग्रेस और विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी के ख़िलाफ़ अपने एजेंडे पर काम करके किसान आंदोलन को दिशाहीन करके वातावरण और सौहार्द्र बिगाड़ने का काम कर रहे
 
0 आज कांग्रेस का नेतृत्व बौना व दुविधाग्रस्त और विचारशील नेतृत्व आइसोलेट हो गया है, अब मुख्यमंत्री बघेल व मंत्रियों समेत प्रदेश कांग्रेस के नेता ‘परिवार’ की फसल बचाने की चिंता में लगे हैं!
 
0 धान ख़रीदी से बचने की साजिशें और न्याय योजना की राशि के भुगतान को लटकाने वाली सरकार ने अब किसान न्याय योजना में किसानों को पंजीयन से वंचित करने का नया क़रतब कर दिखाया!
 
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा है कि किसान आंदोलन के नाम पर शनिवार को आहूत देशव्यापी चक्काजाम में प्रदेश कांग्रेस की सीधी भागीदारी भाजपा के उस कथन की पुष्टि है कि ग़ैर-राजनीतिक बताए जा रहे किसान आंदोलन को कांग्रेस पर्दे के पीछे से समर्थन कर रही है। श्री चंद्राकर ने कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में कांग्रेस और विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ अपने एजेंडे पर काम करके किसान आंदोलन को दिशाहीन करके देश का वातावरण और सौहार्द्र बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। श्री चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों में चक्काजाम के दौरान कांग्रेस के लोगों द्वारा शासकीय कार्य में व्यवधान पैदा करने और लोगों को ज़रूरी स्वास्थ्य सुविधा से वंचित तक करने की मिली ख़बरों को भी बेहद गंभीर माना है।
 
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री श्री चंद्राकर ने कहा कि कृषि क़ानूनों को लेकर कांग्रेस झूठ और नफ़रत की सियासत कर रही है। अपने सियासी वज़ूद को बचाने अब तक पर्दे के पीछे से आंदोलन का एजेंडा चला रही कांग्रेस के लोगों ने शनिवार को प्रदेशभर में चक्काजाम में सीधी भागीदारी करके किसान आंदोलन को राजनीतिक रंग दे दिया है। श्री चंद्राकर ने कहा कि अपनी सियासत चमकाने के फेर में सत्तारूढ़ कांग्रेस के लोगों ने प्रदेश के विभिन्न इलाक़ों में न केवल ज़रूरी सुविधाओं और सेवाओं को बाधित किया, अपितु शासकीय कार्य में व्यवधान पैदा करके अपने सत्तावादी अहंकार और अमानवीय राजनीतिक चरित्र का शर्मनाक प्रदर्शन तक किया। कोरिया ज़िले के चक्काजाम से जुड़ी ख़बरों की चर्चा करते हुए श्री चंद्राकर ने कहा कि वहाँ कांग्रेस के लोगों ने न तो एम्बुलेंस, ट्रेनी नर्सेज और मरीजों को अस्पताल तक जाने की ज़गह दी और न ही एसडीएम को रास्ता दिया। टायर को आग लगाकर कांग्रेस के लोगों ने चक्काजाम करने की कोशिश करके यह भी बता दिया कि कांग्रेस को अब अराजकता की ओछी राजनीति से भी कोई परहेज नहीं है।
 
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री श्री चंद्राकर ने कहा कि किसानों के नाम पर घड़ियाली आँसू बहाना कांग्रेस की सियासी फ़ितरत रही है। अब किसान आंदोलन के नाम पर अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने की नाक़ाम कोशिश कर रही कांग्रेस अपने किसान विरोधी चरित्र का हर बार परिचय देती रही है। श्री चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस ने 2019 के अपने चुनाव घोषणा पत्र में उन्हीं प्रावधानों को लागू करने की बात कही थी, जिन्हें प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इन कृषि क़ानूनों के माध्यम से लागू करने का संकल्प व्यक्त किया है। अब उन्हीं क़ानूनों का विरोध करके कांग्रेस ने साबित कर दिया है कि आज कांग्रेस का नेतृत्व बौना और दुविधाग्रस्त है और विचारशील नेतृत्व आइसोलेट हो गया है। श्री चंद्राकर ने कटाक्ष किया कि अब प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व उनकी सरकार के मंत्रियों समेत प्रदेश कांग्रेस के नेता ‘परिवार’ की फसल बचाने की चिंता में लगे हैं! किसानों के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं को प्रदेश में बाधित कर किसानों को उनके हक़ से वंचित रखकर प्रदेश सरकार सस्ती राजनीति कर रही है। नए कृषि क़ानूनों को लेकर प्रदेश सरकार और कांग्रेस लगातार दुष्प्रचार कर रही है।
 
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री श्री चंद्राकर ने कहा कि एपीएमसी और एमएसपी को लेकर लगातार झूठ और भ्रम फैलाने में लगी प्रदेश सरकार और कांग्रेस पहले प्रदेश की ज़मीनी सच्चाई को देखने का साहस दिखाए जहाँ प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष के ख़रीदे गए धान की पूरी क़ीमत किसानों को नहीं चुकाई है और धान ख़रीदी के नाम पर प्रदेश के किसानों को प्रताड़ित करने का काम किया है। इस कारण किसान औने-पौने दाम पर अपनी उपज बेचने को विवश हुए और शर्मनाक स्थिति तो यह है कि एमएसपी-एपीएमसी के नाम पर प्रलाप करने वाली सरकार की नाक के नीचे किसानों का धान मंडी में 600-700 रुपए प्रति क्विंटल तक के भाव बिका! श्री चंद्राकर ने अभी हुए ताज़ा ख़ुलासे की चर्चा करते हुए कहा कि धान ख़रीदी से बचने की साजिशें और न्याय योजना की राशि के भुगतान में अनावश्यक विलंब करने वाली सरकार ने अब राजीव गांधी किसान न्याय योजना में किसानों को पंजीयन से वंचित करने का नया क़रतब कर दिखाया है। श्री चंद्राकर ने हैरत जताई कि जिस न्याय योजना के नाम का ढिंढोरा प्रदेश सरकार लगातार पीटकर अपनी झूठी वाहवाही कराने में लगी है, उस सरकार के कृषि मंत्री रवींद्र चौबे इस पूरे मामले से अब तक अनभिज्ञ ही रहे!