रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार नान मामले में गवाहों के ऊपर दबाव बना रही है। प्रमुख आरोपियों को बचाने के लिए प्रदेश के मुखिया इस प्रकार का कृत्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि किस प्रकार निलंबित जीपी सिंह के द्वारा जो बयान जारी किया गया है कि वर्तमान प्रदेश सरकार के मुखिया भूपेश बघेल के द्वारा नान मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह व उनकी पत्नी श्रीमती वीणा सिंह जी के खिलाफ एफआईआर करने व केस में फंसाने तथा गवाह के ऊपर दबाव डालने का जो प्रयास किया गया। उसके साथ ही साथ जीपी सिंह के द्वारा सुप्रीम कोर्ट में भी यह शपथ पत्र दिया गया कि किस प्रकार से गवाहों के ऊपर में दबाव बनाने का प्रयास वर्तमान प्रदेश सरकार के मुखिया के द्वारा की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले जब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष थे तो माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिख कर नान घोटाले में फंसे जो दो अधिकारी है उनके खिलाफ में जांच होनी चाहिए और कार्यवाही करने की मांग की थी। अब दोनों अधिकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के दाएं बाएं बने हुए है तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को अब यह नहीं लगता कि दोनों अधिकारी उनके नजर में अपराधी है या अपराध से वे दोनों मुक्त हो गए हैं। 
 
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि यदि सरकार इस प्रकार से चलेगी और दबाव बनाएंगे तो कैसे निरपेक्ष भाव की अपेक्षा कर सकते हैं। गवाहों के ऊपर दबाव बनाकर कार्यवाही करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। निश्चित रूप से इन सारे तथ्यों को देखेंगे तो आपको अपने-आप लगेगा कि वर्तमान सरकार के द्वारा प्रलोभन व दबाव बनाया जा रहा है और प्रदेश सरकार इस प्रकार से कार्यवाही करके निरापराध लोगों को फंसाने का जो कृत्य किया जा रहा है वह सर्वथा अनुचित है।