रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा है कि बात-बात पर लोकतंत्र, स्वतंत्र प्रेस और अभिव्यक्ति की आज़ादी के ढोल पीटती प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़ में अपनी कार्यप्रणाली को लेकर हो रही आलोचना से विचलित होकर राजनीतिक असहिष्णुता का शर्मनाक प्रदर्शन कर रही है। एक पत्रकार जितेंद्र सिंह की गिरफ़्तारी को लेकर श्री साय ने कहा कि प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ में अघोषित आपातकाल का महौल बनाकर लोगों को दबाने और डराकर चुप कराने में लगी है।
 
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि निर्भीक पत्रकारिता करने पर उक्त पत्रकार की गिरफ़्तारी से दो दिन पहले ही सोशल मीडियाा पर प्रदेश सरकार और कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर टिप्पणी करने पर भिलाई के सुपेला थाना क्षेत्र में एक सेलून संचालक को भी घर से गिरफ़्तार किया गया था। श्री साय ने कहा कि प्रदेश सरकार के इस नितांत अलोकतांत्रिक राजनीतिक चरित्र से यह ज़ाहिर हो रहा है कि प्रदेश सरकार अपने ख़िलाफ़ उठने वाली हर आवाज़ को कुचलने पर आमादा है, किसी को कोई टिप्पणी करने की छूट नहीं है, पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार केवल पाखण्ड कर रही है। श्री साय ने कहा कि आख़िर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी, प्रदेश सरकार और कांग्रेस के ख़िलाफ़ टिप्पणियों से क्यों तिलमिला रहे हैं? क्या वे यही चाहते हैं कि कोई भी कांग्रेस और प्रदेश सरकार की क़रतूतों पर कोई टिप्पणी नहीं करे? अगर ऐसा है तो मुख्यमंत्री बघेल इसका ऐलान कर दें, जिन्हें तो यह अधिकार ही नहीं है कि वे प्रदेश में आपातकाल घोषित कर दें। तो क्या अब प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लाागू कर दिया जाए? क्या प्रदेश सरकार और कांग्रेस के लोगों में आईने के सच का सामना करने का माद्दा नहीं रह गया है?