बघेल पर एफ़आईआर को लेकर मरकाम की टिप्पणी अमर्यादित राजनीतिक आचरण और बौखलाहट का प्रतीक : भाजपा 0 प्रदेश प्रवक्ता सिंहदेव ने कहा- एक प्रदेश के मुख्यमंत्री को किसी दूसरे प्रदेश में राजनीतिक लफ़्फ़ाजी करने के लिए क़ानून को हाथ में लेकर अराजकता फैलाना शोभा नहीं द
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर नोएडा सेक्टर-113 में दर्ज एफ़आईआर को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और कांग्रेस के दीग़र लोगों की टिप्पणी को अमर्यादित राजनीतिक आचरण और बौखलाहट बताया है। श्री सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम ने मुख्यमंत्री बघेल पर हुई एफ़आईआर के लिए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर खीझ निकालकर अपने मानसिक असंतुलन और वैचारिक शून्यता का ही प्रमाण पेश किया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने कहा कि उत्तरप्रदेश में अब चुनाव आयोग की सरकार काम कर रही है और उसने मुख्यमंत्री बघेल को कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करते पाया, इसलिए उनके ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है। प्रदेश के कांग्रेस नेता यह बात अच्छी तरह गाँठ बांध लें कि उत्तरप्रदेश में क़ानून का राज़ है और क़ानून से बढ़कर कोई नहीं हो सकता। छत्तीसगढ़ में सत्ता की धौंस दिखाकर क़ानून और कोरोना गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाते कांग्रेस के लोगों को क़ानून का सम्मान करने की आदत डाल लेनी चाहिए। श्री सिंहदेव ने कहा कि एक प्रदेश के मुख्यमंत्री को किसी दूसरे प्रदेश में राजनीतिक लफ़्फ़ाजी करने के लिए क़ानून को हाथ में लेकर अराजकता फैलाना शोभा नहीं देता और इसकी अनुमति दी भी नहीं जा सकती। दशकों सत्ता में रहकर अपनी आदत से मज़बूर बिगड़ैल कांग्रेस नेताओं को अब क़ानून की हद में रहना होगा, यही इस एफ़आईआर का सीधा और साफ़ संदेश है। श्री सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम ने यह कहकर कि, मुख्यमंत्री बघेल प्रचार करते रहेंगे, एक बार फिर कांग्रेस के सत्तावादी अहंकार से चूर राजनीतिक चरित्र का परिचय दिया है। मुख्यमंत्री बघेल कोरोना गाइडलाइन का सख़्ती से पालन करते हुए प्रचार करें, पर छत्तीसगढ़ जैसा राजनीतिक आचरण अब उत्तरप्रदेश में दुबारा प्रदर्शित न करें। श्री सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल तो क़ानून के राज की ख़ुद बड़ी-बड़ी डींगें हाँकते नहीं थकते, अब ओछी राजनीति का प्रदर्शन करने के लिए क़ानून का उल्लंघन करने पर हुई एफ़आईआर पर प्रदेश के कांग्रेस नेता क्यों परेशान हों रहे हैं?