दुष्कर्म-सामूहिक दुष्कर्म की वारदातें प्रदेश सरकार के लिए शर्म का विषय, लेकिन प्रदेश सरकार जुमलेबाजी में मशगूल : भाजपा 0 नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा- प्रदेश सरकार के निकम्मेपन के चलते अपराधियों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा, प्रदेश में असुरक्षा के चलते चहुँओर
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि प्रदेश में दुष्कर्म-सामूहिक दुष्कर्म की लगातार हो रही वारदातें प्रदेश सरकार के लिए शर्म का विषय है, लेकिन बजाय इन पर सख़्त कार्रवाई के प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत तमाम कांग्रेस नेता अन्य प्रदेशों में झूठ फैलाकर सियासी लफ़्फ़ाजी करने में मशगूल हैं। श्री कौशिक ने कहा कि जबसे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी है, प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नज़र ही नहीं आ रही है और प्रदेश सरकार स्मार्ट पुलिसिंग के नाम पर जुमलेबाजी करने से बाज नहीं आ रही है।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि क़ानून-व्यवस्था की बेहाली और अपराधों में इज़ाफ़े के बावज़ूद प्रदेश सरकार अपने धत्कर्मों के लिए ख़ुद की ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ने के निर्लज्ज राजनीतिक चरित्र के प्रदर्शन में लगी है। बिलासपुर के तोरवा के महमन्द क्षेत्र में मंदिर का प्रसाद लेकर घर लौट रही एक 13 वर्षीया बच्ची के साथ 4 युवकों द्वारा गैंगरेप करने और अम्बिकापुर के लुण्ड्रा थाना क्षेत्र के लमगाँव में एक युवक द्वारा एक मूक-बधिर युवती का अपहरण कर दुष्कर्म करने की वारदातों का ज़िक़्र करते हुए श्री कौशिक ने कहा कि नारी सशक्तिकरण और महिलाओं की सुरक्षा के ढोल पीटने वाली प्रदेश की कांग्रेस सरकार हैवानियत और दरिंदगी से भरी इन वारदातों के बाद भी संवेदनहीनता की पराकाष्ठा कर रही है। अपराधियों में क़ानून के राज का ख़ौफ़ तो रह ही नहीं गया है जिसके चलते अब मासूम बच्चियों से लेकर वृद्ध महिलाएँ तक का घर से बाहर निकलना दूभर हो चला है। अपराधी अब मूक-बधिर युवतियों तक को अपनी दरिंदगी का शिकार बना रहे हैं और प्रदेश सरकार मूक-बधिर बनी बैठकर क़ानून-व्यवस्था की बेहतरी और अपराधों में कमी का दावा किस मुँह से कर रही है? श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार के निकम्मेपन के चलते प्रदेशभर में अपराधियों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है और प्रदेश में असुरक्षा के चलते चहुँओर बदहवासी का माहौल व्याप्त है। श्री कौशिक ने कहा कि जो सरकार अपने राज्य की बच्चियों, युवतियों, महिलाओं और दिव्यांग युवतियों तक को सुरक्षा का भरोसा नहीं दे पा रही है, वह छत्तीसगढ़ के लिए बोझ बन चुकी है और इसे अब सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार ही नहीं है।