रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि रेत के अवैध उत्खनन और धान ख़रीदी केंद्रों में ज़्यादा धान तौले जाने के मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सख़्ती महज़ दिखावा है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय द्वारा लगातार पत्र लिखे जाने के बाद ही मुख्यमंत्री बघेल का ध्यान इन गंभीर गड़बड़ियों पर जाना इस आशंका को पुष्ट करता है कि अब तक जो भी गड़बड़ियाँ हो रही हैं, उनको शासन-प्रशासन का संरक्षण मिला हुआ था।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री श्रीवास्तव ने कटाक्ष किया कि मुख्यमंत्री बघेल की ऐसी सख़्ती वाली भाषा सुन-सुनकर प्रदेशवासियों के कान पक चुके हैं। इससे पहले अपराधियों पर नकेल कसने, नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए मुख्यमंत्री बघेल कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस में बहुत गरज चुके हैं, पर ज़मीनी हक़ीक़त और हालात ढाक के वही तीन पात वाले ही हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश सरकार के राजनीतिक संरक्षण में आपराधिक तत्व छत्तीसगढ़ में ज़ंगलराज चले रहे हैं। अवैध रूप से रेत उत्खनन में लगे माफ़िया-ग़िरोहों को मिले राजनीतिक संरक्षण ने प्रदेश सरकार के नाकारापन की कलई खोलकर रख दी है, अन्यथा नदी के पुल पर बने और बन रहे पुल के खम्भों की बुनियाद के सरिया साफ़ नज़र आने और रेत के बोरों पर बिजली के टॉवर को टिकाने तक रेत उत्खनन का दुस्साहस माफ़ियाओं ने किसके इशारे और शह पर जुटाया?
 
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश सरकार की यही बदनीयती किसानों के मामले में भी सामने आई है। मुख्यमंत्री बघेल प्रदेश को बताएँ कि धान ख़रीदी केंद्रों में धान ज़्यादा तौलकर किसानों को आर्थिक चोट पहुँचाने का सिलसिला क्या शासन-प्रशासन की जानकारी के बिना चला है? श्री श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश सरकार सिर्फ़ चेतावनी देने या फिर दिखावे के लिए कार्रवाई करने की नौटंकी न करे बल्कि वास्तव में गड़बड़ियों को पूरी तरह रोकने तथा गड़बड़ियों में संलिप्त लोगों में क़ानून का ख़ौफ़ पैदा करे। सोशल मीडिया में सरकार के कामकाज पर ज़रा-ज़रा-सी टिप्पणी को लेकर जिस बदहवास प्रदेश सरकार के इशारे पर घर तक पहुँचकर लोगों को गिरफ़्तार करके ज़ेलों में डाला जा रहा है, वह प्रदेश सरकार किसानों के साथ धोखाधड़ी के मामले में टोकन एक्शन लेकर ख़ुद को एक्शन मोड पर दिखाने की शर्मनाक कोशिश करती अपनी जगहँसाई करा रही है। क्या प्रदेश सरकार के लिए यह पता लगाना मुश्क़िल है कि अरपा नदी में अवैध रूप से बेज़ा रेत उत्खनन से गंभीर संकट किन माफ़ियाओं की कारस्तानी है? श्री श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश सरकार नौटंकियों और लफ़्फ़ाजियों से बाज आए और महज़ ज़ुबानी जमाख़र्च करने के बजाय ईमानदारी से ज़मीनी तौर पर कड़ी कार्रवाई करने का साहस दिखाए।