रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राजेश मूनत ने कहा है कि सेना के शौर्य के सबूत मांगने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी देश की जनता और शहीदों के परिवार से माफी मांगें। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शहीदों के नाम पर ढोंग कर रहे हैं जबकि कांग्रेस वह पार्टी है जो हमारे वीर जवानों के पराक्रम पर संदेह करते हुए उनकी सफलता के सबूत मांगती है और सेना का मनोबल गिराने की निकृष्ट कोशिश करती है, इस तरह दुश्मन के गलत इरादों को प्रोत्साहित करती है।
 
  प्रदेश भाजपा प्रवक्ता राजेश मूनत ने ऑस्ट्रेलियाई अखबार द क्लेक्सोन की खोजी रपट का हवाला देते हुए कहा है कि यह खुलासा हो गया है कि हमारे रणबांकुरों ने गलवान घाटी में चीन को करारा जवाब दिया था उसके 41 सैनिक मारे गए थे। उस मुठभेड़ में हमारे 20 जवान शहीद हुए थे। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के अखबारों की कतरनों को लेकर राजनीति करने वाले राहुल गांधी को इस रपट के बाद अपनी निम्नतर राजनीति के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी एयर स्ट्राइक के सबूत मांगकर देश की अदम्य साहसी सेना का अपमान कर चुके हैं। सेना के अपमान का कांग्रेस की वंशबेल में इतिहास रहा है जिसे देश की जनता कभी भूल नहीं सकती।
 
  प्रदेश भाजपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा है कि वे अपनी कुर्सी बचाने के लिए इतने नीचे उतर गए कि शहीदों को राजनीति का मोहरा बनाने से बाज नहीं आये। वार मेमोरियल में देश के अमर जवानों का श्रद्धा और सम्मान के साथ किया जा रहा स्मरण झुठलाया जाना और अमर जवान ज्योति को बुझाया जाना बताना एक मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता। दुर्भाग्य से भूपेश बघेल को यह बोध ही नहीं है कि एक मुख्यमंत्री का आचरण कैसा होना चाहिए। उन्होंने राहुल गांधी की चाटुकारिता में शहीदों की शहादत तक को सियासी दांव पर लगा दिया। श्री मूनत ने कहा कि तीन साल तक भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ के शहीदों की याद क्यों नहीं आई।