नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश में अवैध रेत तस्करी व रेत के बढ़ते कथित मूल्यों पर कहा कि अवैध रेत के कारोबार को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केवल मात्र औपचारिक आदेश दिया था। प्रदेश पूरी तरह तस्करों के हवाले है। उन्होंने कहा कि रेत के अवैध कारोबार को लेकर केवल मात्र दिखावे के लिये कार्रवाई की गयी थी। अब तो हालात जस के तस है। पूरे प्रदेश में हर तरफ रेत माफियाओं का आतंक है। वहीं ऊंचे दर पर उपभोक्ता रेत खरीदने को विवश हैं। इसके लिए कौन जिम्मेदार है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि राहुल गांधी के आने से पहले केवल दिखावे के लिये कार्रवाई की जा रही थी। इसका नाता कहीं कांग्रेस के इस एटीएम प्रदेश से तो नहीं है। कांग्रेस के सत्ता में आने के इसी फार्मूले में काम कर है कि खूब तस्करी करो और कुछ हिस्सा भरो पर ही काम चल रहा है।पूरे प्रदेश में अब लगता है कि अवैध तस्करी का एक अलग से मंत्रालय बन गया है।जिसके माध्यम से ही पूरे संगठित तौर पर तस्करी का अवैध धंधा चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नदियों में जिस तरह से तस्करों का कब्जा है। अवैध रेत उत्खनन के चलते कई पुलों के पीलर के अस्तित्व ही खतरे में हैं। इसके साथ ही नदी के मुहाने पर स्थित कई बिजली के टावर्स भी कभी गिर सकते हैं।इन सबके लिये कौन जिम्मेदार है।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश में रेत, शराब व नशे के सामान की तस्करी रोकने के मजबूत इच्छाशक्ति के साथ कार्य करने की जरूरत है लेकिन प्रदेश के कांग्रेस के औपचारिकता से ऐसा लगता है कि तस्करों को मौन समर्थन है।