रायपुर। पूर्व मंत्री तथा भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के फूड पार्क का काम तेजी से होने के दावे को झूठ का दस्तावेज करार देते हुए कहा है कि मरकाम कानपुर पूछने पर नागपुर का पता बता रहे हैं। वे सीधा जवाब दें कि भूपेश बघेल ने राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ के हर जिले में जो फूड पार्क दिखा दिए हैं, वे फूड पार्क कहां हैं और यदि 200 प्रोसेसिंग यूनिट का काम तेजी से चल रहा है तो यह कहां पर किस तेजी से चल रहा है, वह छत्तीसगढ़ की जनता को भी दिखाएं क्योंकि अमेठी में राहुल गांधी को ठुकरा देने वाली जनता तो यहां आकर आपके झूठ का अचार, मुरब्बा, शर्बत चखने वाली नहीं है। अमेठी को मालूम है कि जैसा झूठा उस्ताद है, वैसा ही शागिर्द है।
 
 भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी हर वादाखिलाफी पर परदा डालने के लिए सीधे सादे आदिवासी नेता मोहन मरकाम को आगे कर देते हैं और वे अपने ही समाज के कोपभाजन बन जाते हैं। चाहे शराबबंदी से मुकरने के लिए आदिवासी संस्कृति से जुड़ा बयान दिलवाने का मामला हो या फिर कोई अन्य मुद्दा। अब फूड पार्क के झूठ पर गोबर पोतने का ठेका मरकाम जी को दे दिया गया है तब जनता कह रही है कि फूड पार्क की स्थापना और प्रगति की झलक दिखलायें तो वे मुद्दे से भटकाने की कोशिश में बेतुके तर्क दे रहे हैं। मरकाम को कांग्रेस के पंजाब सूबेदार सिद्धू गुरु से मंत्र ले लेना चाहिए कि कठपुतली बनने की बजाय मुखिया कैसे बना जाता है लेकिन मरकाम यहां मजबूरी में भूपेश बघेल की हां में हां मिलाकर कांग्रेस संगठन की भद्द पिटवा रहे हैं। वे यह समझें कि जनता के बीच सत्ता नहीं बल्कि संगठन जाता है। अजीत जोगी के राज में कांग्रेस संगठन की जो दुर्दशा थी, उससे ज्यादा बुरी स्थिति भूपेश बघेल के वन मेन शो में है। तब तीन साल के तानाशाही राज में कांग्रेस को पंद्रह साल वनवास भोगना पड़ा। अब कांग्रेस पच्चीस साल के वनवास के लिए तैयार रहे।
 
 भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने कहा कि हमें यह बताने की जरूरत नहीं है कि पंद्रह साल में भाजपा ने किसानों के लिए क्या किया है। सभी जानते हैं कि किसान का मान, सम्मान, समस्या समाधान का ध्यान भाजपा ने ही रखा है। उन्हें सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली दी। कांग्रेस ने किसानों को सिर्फ धोखा दिया है। मुफ्त बिजली तो दूर गांवों की बिजली तक काट दी। घर में अंधेरा हो तो खेत में पम्प कहां से चलाएंगे। न्याय के नाम पर किसानों को अन्याय मिला। सारी की सारी सब्सिडी बंद कर दीं। किसान की उपज खरीदने में हर बार बहानेबाजी, नुकसान की भरपाई में आनाकानी ही कांग्रेस सरकार का राजधर्म बन गया है।