रायपुर। प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी नालिनीश ठोकने ने राज्य सरकार पर अघोषित आपातकाल लगाकर विपक्ष और मीडिया के दमन का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को असहमति का एक शब्द भी सहन नहीं है। वे लोकतंत्र और गाँधीदर्शन की दुहाई देते हैं लेकिन जनता की आवाज उठाने वाले विपक्ष और लोकतंत्र के चौथे  स्तंभ का उत्पीड़न करने पुलिस का सहारा लेते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इतने भयभीत हो चुके हैं कि वे पुलिस के जरिये प्रेस की आजादी पर हमला बोल रहे हैं। पत्रकारों को जेल में ठूंस रहे हैं।
 
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी नालिनेश ठोकने ने कहा कि अब  इंडियाराइटर्सकोडॉटइन वेब पोर्टल के संचालक नीलेश शर्मा को गैर-जमानती धाराओं में केस दर्ज कर जेल भेज दिया  गया है। इसके पूर्व भी ऐसा उत्पीड़न  प्रदेश में लगातार सामने आया है। उन्होंने कहा कि  छत्तीसगढिया संस्कृति का राग अलापने वाले की सरकार ने  छत्तीसगढिया कॉलम ‘घुरवा के गोठ’ में सांकेतिक नामों के जरिए लिखे आर्टिकल के लिए पत्रकार को जेल भेज दिया। वास्तव में सीएम बघेल को हर इस चीज़ से छत्तीसगढ़ी से ही आपत्ति है। उन्हें बस दस जनपथ की भाषा समझ में आती है।