रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को जीएसटी क्षतिपूर्ति की अवधि दस साल बढ़ाने केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए लिखे गए पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने राज्य में कर्ज लेने के अलावा कुछ किया नहीं है। वे हर वक्त केंद्र सरकार से मदद मांगते हैं और जनता के धन का दुरुपयोग करते हैं। अब वे पहले से ही तय जीएसटी क्षतिपूर्ति की पांच साल की मियाद जून माह में पूरी होने के संबंध में देश भर में अराजकता फैलाने की साजिश कर रहे हैं। 
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि भूपेश बघेल जीएसटी क्षतिपूर्ति की मियाद बढ़ाने की मांग के लिए अन्य राज्यों को इसलिए भड़काने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वे केंद्र सरकार की मदद से अपने चुनावी वादे पूरे करना चाहते हैं। कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार केंद्र के भरोसे चल रही है। केंद्र सरकार ने मदद करने में कभी कोई कमी नहीं रखी लेकिन अपने प्रयासों से राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत करने का ढोल पीटने वाले बघेल ने छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारकर दिवालियेपन की स्थिति में ला दिया है। तीन साल में छत्तीसगढ़ पर इतना कर्ज लाद दिया कि आने वाली कई पीढियां कर्जदार पैदा होंगी। खुद को विश्व स्तरीय अर्थशास्त्री समझने वाले बघेल ने राज्य की अर्थव्यवस्था चौपट कर इसे कंगाल बना दिया है। विकास के नाम पर रत्ती भर भी काम न करने वाले विनाशपुरुष खुद को विकासपुरुष साबित करते हैं। छत्तीसगढ़ के संसाधनों का राजनीतिक दुरुपयोग कर अपनी त्रिसदस्यीय कमान की खुशामद करने वाले बघेल चाहते हैं कि जनता का धन उलीचने के लिए उन्हें लायसेंस मिल जाये, जो कि सम्भव नहीं है। जीएसटी काउंसिल की बैठकों में सारे देश की सहमति से फैसला लिया गया कि जीएसटी क्षतिपूर्ति पांच साल तक दी जायेगी तो अब अकेले भूपेश बघेल इसे दस साल बढ़ाने की मांग क्यों कर रहे हैं। वे भाजपा पर बयानबाजी का आरोप लगा रहे हैं तो जब चाहें, जहां चाहें, तथ्यों पर बहस कर लें।