रायपुर। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं प्रदेश में कुपोषण मुक्त अभियान पूरी तरह कागजी ही है। प्रदेश में महिला स्व सहायता समूह से रेडी टू ईट निर्माण का कार्य छीन कर बीज निगम को दे दिया गया, जिसके कारण महिलाओं एवं बच्चों को मिलने वाले पोषण आहार बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों के अलावा गर्भवती माताओं को मिलने वाला पोषण आहार अब प्रदेश सरकार की गलत नीतियों की वजह से बंद पड़ी है। 
 
भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि सरगुजा संभाग के 3 जिलों में ही लगभग 2 लाख बच्चों व माताओं को मिलने वाला पोषण आहार बंद हो गया है। इन जिलों में लगभग 30 हजार बच्चे कुपोषित हैं जिनको पोषण आहार आंगनबाड़ी केंद्रों के द्वारा दिया जाता था अब उन्हें भी यह पोषण आहार नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरगुजा जिले में 2460 केंद्रों के माध्यम से एवं सूरजपुर जिले में 1800  से अधिक आंगनबाड़ियों में पोषण आहार का वितरण होता था जिसे प्रदेश की सरकार पोषण आहार निर्माण का कार्य महिला स्व सहायता समूह से छीन कर बीज निगम को दे दिया गया। जिसके कारण बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को मिलने वाला पोषण आहार का वितरण से बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि जब अकेले सरगुजा सरगुजा संभाग के कुछ जिलों में 2 लाख बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार नहीं मिल रहा है तो पूरे प्रदेश में इस पोषण आहार वितरण बंद होने से प्रदेशभर की गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का पोषण आहार प्रदेश सरकार की संवेदनहीनता के कारण नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि क्या यही है प्रदेश सरकार का कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान की शुरुआत?