रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला बोलते हुए कहा है कि भूपेश बघेल के मुंह में राम, बगल में रामभक्तों के लिए छुरी है। रामसेतु मामले में भारत की सांस्कृतिक पहचान भगवान श्रीराम का अस्तित्व सुप्रीम कोर्ट में नकारने वाले रामधुन गाने का ढोंग कर रहे हैं। भूपेश बघेल के पिता प्रभु श्रीराम को सरेआम अपमानित करते हैं, गरियाते हैं तब ये तथाकथित मामा अपने भांजे को अपशब्द कहने को क्या नाना का अधिकार समझकर चुप हो जाता है। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या का मायका और प्रभु श्रीराम का ननिहाल है। यहां हम सभी के रोम रोम में राम बसे हैं लेकिन रोम रोम वाली मैडम के गुलाम यहां शकुनि मामा का रोल निभा रहे हैं। उनके मन में, कर्म में, संस्कार में, संस्कृति में भगवान राम के प्रति कोई आस्था नहीं है। वे जानते हैं कि छत्तीसगढ़ के जनमानस में भगवान राम और माता कौशल्या के लिए अगाध श्रद्धा भाव है, इसलिये राजनीतिक प्रपंच करके कालनेमि की तरह राम भक्ति का ढोंग कर रहे हैं। इस ढोंगी भक्त की हकीकत कवर्धा में उजागर हो चुकी है। तुष्टिकरण की घटिया राजनीति की खातिर, कवर्धा में भगवा ध्वज और सनातन संस्कृति का घोर अपमान करने वालों को संरक्षण देकर हिंदुत्व के ध्वजवाहकों के उत्पीड़न के जिम्मेदार, झूठे मुकदमे लादकर उन्हें जेल में ठूंसने वाले आज हिंदू संस्कृति के आराध्य के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। यह सत्य छत्तीसगढ़ की जनता से छुपा नहीं है।
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि भूपेश बघेल राजधर्म का पालन करने की बजाय अपनी आराध्या की खुशामद में धर्मांतरण को बढ़ावा दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को खुली छूट मिली हुई है। प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराये जाने का विरोध करने वालों को भूपेश बघेल की पुलिस के दमन का शिकार बनाया जा रहा है और भूपेश बघेल भगवान राम के पुजारी बनने का नाटक कर रहे हैं। भूपेश बघेल वह बहरूपिया हैं जो वक्त जरूरत के मुताबिक चोला बदल लेते हैं। अब खैरागढ़ में चुनाव है तो भूपेश बघेल हिन्दू मतदाताओं को फुसलाने के लिए राम राम जप रहे हैं और कांग्रेसी उनके साथ ढोल मंजीरा बजा रहे हैं। क्या छत्तीसगढ़ की जनता नहीं जानती कि ये वही कांग्रेसी हैं जो राम को काल्पनिक बताते हुए देश की सबसे बड़ी अदालत में इसका हलफनामा तक दे चुके हैं। ये वही कांग्रेसी हैं जो रामजन्मभूमि मामले में आतताई बाबर की औलादों की पैरवी करते थे। ये वही कांग्रेसी हैं जो रामजन्मभूमि पर सवाल उठाते थे। ये वही कांग्रेसी हैं जो रामलला के मंदिर का विरोध करते थे। ये वही कांग्रेसी हैं जिनके सीने में दर्द होता है कि अयोध्या में राम मंदिर क्यों बन रहा है। ये वही कांग्रेसी हैं जो जनता को राम मंदिर निर्माण में सहयोग करने से रोकते हैं। ये वही कांग्रेसी हैं जो राम मंदिर निर्माण के काम पर अपनी रामद्रोही संस्कृति के तहत भ्रम फैलाने साजिश रचते हैं।
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि भूपेश बघेल और उनके पिता धर्म के नाम पर नूराकुश्ती खेल रहे हैं। दोनों की साठगांठ जगजाहिर है।