रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कांग्रेस के सदस्यता अभियान पर तंज कसते हुए कहा है कि भूपेश बघेल सरकार की अलोकप्रियता का इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है कि कांग्रेस को नए सदस्य नहीं मिल रहे। सदस्यता बढ़ाने के लिए सारे जतन करके देख लिए। जब कोई सफलता नहीं मिली तो लालच देकर सदस्य बनवाने की जुगत भिड़ाई गई है। स्थिति यह है कि भूपेश बघेल सरकार के कद्दावर मंत्रियों तक के पड़ोस में कोई कांग्रेस का सदस्य बनने तैयार नहीं है। फिर विधायकों की हालत कितनी खराब है, इसका नमूना यह है कि विधायक अपने ही पुराने कार्यकर्ताओं को प्रलोभन दे रहे हैं कि एक हजार सदस्य बनाओ और अपने इलाके में पांच लाख की सड़क पाओ। कोई विधायक ज्यादा सदस्य बनाने पर डिनर ऑफर कर रहा है। इसके बावजूद कांग्रेस सदस्यों के अकाल से ग्रस्त है जो भूपेश बघेल की सरकार के प्रति लोगों की निराशा का परिणाम है।
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार ने साढ़े तीन साल में केवल पैंतरेबाजी की है। कोई काम नहीं किया। कोई छिटपुट काम तक नहीं हुआ इसलिए अब कांग्रेस के विधायक नए सदस्य बनाने पर सड़क बनवाने का लालच दे रहे हैं। अब तक तो सारे प्रदेश में सड़कें बन जानी चाहिए थीं। राज्य में विकास के जितने भी काम हुए, सड़कों का जाल बिछा, वह सब भाजपा की सरकार के समय हुआ। भूपेश बघेल सरकार ने साढ़े तीन साल में सड़कों की मरम्मत तक नहीं कराई। अब सदस्यता के बदले सड़क का सौदा कर रहे हैं। लोग जानते हैं कि कांग्रेस में कमीशन संस्कृति किस तरह डीएनए में है। पांच करोड़ में पचास लाख का भी काम नहीं होता तो पांच लाख में पचास हजार का अगर कोई काम हो भी जायेगा तो जनता जीना दूभर कर देगी। इसलिए कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता अपने विधायक का ऑफर ठुकरा रहे हैं। फिर एक तथ्य यह भी है कि जहां कांग्रेस के विधायक नहीं हैं, वहां सड़क नहीं बनेगी। जनता का पैसा क्या कांग्रेस का चंदा है जो कांग्रेस की सदस्यता बढ़ाने के लिए कांग्रेस विधायकों के इशारे पर खर्च होगा।
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि राजनीतिक दलों से कार्यकर्ता विचारधारा के आधार पर जुड़ते हैं। इसके लिए स्पष्ट और लोकहितैषी राष्ट्रवादी विचारधारा होना चाहिए। कांग्रेस की तो कोई विचारधारा ही नहीं है और न ही लूटो खाओ के अलावा कोई आचरण है। एक ही विचारधारा है कि जहां झांसा देकर सत्ता में आ गए, वहां से लूट लूटकर कम्पनी के मालिकों को उनका हिस्सा पहुंचाओ। जिस पार्टी की विचारधारा एक परिवार विशेष तक सीमित है, उससे भला कौन जुड़ना चाहेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम में यदि संगठन क्षमता है तो वे कांग्रेस के सिंहासन पर बैठी राजमाता को बता दें कि उन्होंने छत्तीसगढ़ में सत्ता का जो सूबेदार तैनात किया है, उसकी करतूतों के कारण लोग कांग्रेस से कन्नी काट रहे हैं।