रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत द्वारा एक बार फिर राज्यसभा जाने की इच्छा जाहिर करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि श्री महंत छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार की असफलताओं के कारण नाराज हैं और उनका भूपेश बघेल सरकार से इस तरह मोहभंग हो गया है कि वह छत्तीसगढ़ की राजनीति वे दूर उच्च सदन में जाना चाहते हैं। वह भूपेश बघेल के साथ पहले भी काम करने तैयार नहीं थे इसलिए उन्होंने भूपेश के अधीन मंत्री बनने की बजाय विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने पर सहमति दी थी। अन्यथा वह भी टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू की तरह भूपेश के मंत्री बन सकते थे।
 
 प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि श्री महंत भी कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के 4 दावेदारों में शामिल थे लेकिन जिस तरह ताम्रध्वज साहू, टीएस सिंहदेव और उन्हें दरकिनार किया गया उससे वे व्यथित थे। सिंहदेव और साहू ने तो हथियार डाल दिए मगर महंत ने भूपेश के मंत्रिमंडल में शामिल होना स्वीकार नहीं किया। इससे ही स्पष्ट हो जाता है कि श्री महंत को यह पहले से ही आभास था कि भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ को बेहतर प्रशासन और विकास नहीं दे सकते। महंत ने छत्तीसगढ़ में कुपोषण पर काम करने की जरूरत बताते हुए कहा है कि इस मामले में छत्तीसगढ़ की स्थिति ठीक नहीं है तो यह भी महंत के नजरिए से ही भूपेश सरकार की तमाम विफलताओं में से एक बड़ी विफलता है।
 
 प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु देव साय ने कहा है कि अब तक मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के बीच सत्ता संघर्ष चल रहा था। अब तो विधानसभा अध्यक्ष भी भूपेश बघेल की सरकार से इस कदर नाराज हैं कि वह दिल्ली जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि श्री महंत छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेता है। इस समय विधानसभा के अध्यक्ष हैं और वे राज्य के हालात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार जन आकांक्षाओं के विपरीत काम कर रही है। जिसकी वजह से अगले चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा।