रायपुर। भाजपा नेता पूर्व विधायक डॉ. विमल चौपड़ा ने दुलदुला सा. स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी द्वारा अपने साथ संसदीय सचिव और कलेक्टर की निरीक्षण टीम द्वारा नशे में धुत्त होकर आधी रात को मारपीट किये जाने के विरोध में खंड चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को लिखे त्यागपत्र का हवाला देते हुए राज्य सरकार पर हमला बोला है। डॉ. विमल चौपड़ा ने  कहा है कि पहली बात तो यह है कि आधी रात को संसदीय सचिव और कलेक्टर को निरीक्षण की ऐसी क्या आपात स्थिति समझ में आई कि हाट बाजार ड्यूटी से लौटे डॉक्टर को नींद से जगाकर स्वास्थ्य केंद्र बुलाया गया। दूसरी बात यह कि निरीक्षण टीम में वे कौन लोग शामिल थे, जिन्होंने नशे में चूर होकर एक डॉक्टर से बदतमीजी की और बीच में आये चिकित्सा अधिकारी के साथ मारपीट की।
 
पूर्व विधायक डॉ. विमल चौपड़ा ने कहा है कि इस आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता कि निरीक्षण के नाम पर गुंडागर्दी करने वाले लोग कांग्रेस से जुड़े लोग थे और संसदीय सचिव तथा कलेक्टर के संरक्षण में यह गुंडागर्दी की गई है। कांग्रेस की सरकार में आम जनता तो गुंडा संस्कृति की शिकार हो ही रही है। जनता की जान बचाने वाले सरकारी डॉक्टर भी अपने अस्पताल में सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ में गुंडाराज को बढ़ावा देने वाला जंगल राज चला रहे हैं। जब संसदीय सचिव और कलेक्टर के निरीक्षण दल में शामिल अराजक तत्व डॉक्टरों के साथ मारपीट करने लगें तो समझा जा सकता है कि छत्तीसगढ़ कहां पहुंच गया है। भूपेश बघेल ने यह कैसा नवा छत्तीसगढ़ गढ़ दिया है।
 
डॉ. विमल चौपड़ा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है कि संसदीय सचिव को बर्खास्त करने के साथ ही कलेक्टर के विरुद्ध fir दर्ज कर कार्यवाही करें व पूरे मामले की न्यायिक जाँच हो अन्यथा भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ सरकारी गुंडागर्दी के खिलाफ पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगा, जिसमें भाजपा के सभी मोर्चा प्रकोष्ठ भागीदारी करेंगे।