राजिम। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के प्रभारी संदीप शर्मा ने कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे पर हमला बोलते हुए कहा है कि कृषि मंत्री द्वारा लगातार खाद की आपूर्ति को लेकर गलत बयानी की जा रही है जिसके परिणाम स्वरूप खाद की कालाबाजारी को बढ़ावा मिलता है, किसानों का शोषण होता है। इसी प्रकार की बयानबाजी पिछले साल भी की गई थी और कहा गया था कि खरीफ के लिए केंद्र ने मात्र 6 लाख टन खाद ही दिया गया। जबकि बाद में राज्य सरकार द्वारा जारी आंकड़ों में 11.8 लाख टन खाद का वितरण बताया गया। कृषि मंत्री ऐसा बयान देकर किसानों में आपाधापी फैलाकर फर्जी जैविक खाद किसानों को टिका कर गोबर घोटाला की वसूली किसानों से कराना चाहते हैं और षड्यंत्र पूर्वक केंद्र सरकार को बदनाम करना चाहते हैं।
     खाद के अग्रिम उठाव का कार्य अप्रैल माह में ही शुरू हो जाना चाहिए परंतु समय पर यह सरकार कुंभकर्णी नींद में सोए रहती है। अग्रिम उठाव कार्य में एक से डेढ़ माह विलंब होने से भी वितरण में असुविधा होती है जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना होता है और कलाबाजारियों को मौका मिलता है।
      भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश प्रभारी संदीप शर्मा ने कहा कि रविन्द्र चौबे छत्तीसगढ़ सरकार के प्रवक्ता हैं। सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों, योजनाओं, निर्णयों और प्रदेश से जुड़े तथ्यों को सामने लाने की जिम्मेदारी है। वे सरकार के प्रवक्ता हैं तो उनकी बात सरकार का कथन होती है लेकिन रविन्द्र चौबे इस सरकार के ऐसे प्रवक्ता हैं जो कुछ भी बयानबाजी करते रहते हैं और सरकार अपने प्रवक्ता की गलतबयानी के बाद अलग तथ्य जाहिर कर यह साबित कर देती है कि सरकार के प्रवक्ता मंत्री जनता में भ्रम फैलाकर खाद की जमाखोरी और मुनाफाखोरी को बढ़ावा दे रहे हैं।
 
भाजपा किसान मोर्चा नेता संदीप शर्मा ने कहा कि यह समझ से परे है कि भूपेश बघेल सरकार के कृषि मंत्री किसानों के दुश्मन क्यों बन बैठे हैं। एक तरफ कांग्रेस की राज्य सरकार किसानों की आंखों में धूल झोंक रही है। दूसरी तरफ कृषि प्रधान छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री खाद के कालाबाजारियों को प्रोत्साहन देने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी कृषि मंत्री को बर्खास्त किया जाना चाहिए।