चपरासी के लिए आये आवेदनों की बाढ़ में बह गए भूपेश सरकार के दावे- ठोकने
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी नलिनीश ठोकने ने राज्य में पीएससी के जरिये हो रही सौ से भी कम चपरासी पद की भर्ती के लिये आवेदनों का ढेर लग जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनकी सरकार और कांग्रेस के दावे इन आवेदनों की बाढ़ में बह गए हैं। सच सामने आ गया है कि राज्य में बेरोजगारी की वास्तविक दर क्या है? भूपेश बघेल दावा करते हैं कि तीन साल में पांच लाख लोगों को नौकरी दे दी। झूठी आंकड़ेबाजी का जादू दिखाकर कहते हैं कि छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर देश भर में सबसे कम है। यदि वाकई में ऐसा होता तो 80 चपरासी की भर्ती के लिए 60 हजार से ज्यादा आवेदन कहां से आ गए। अभी आवेदन करने के लिए एक हफ्ते का समय बाकी है तो यह आवेदन डेढ़ से दो लाख तक भी पहुंच सकते हैं। आंख में पट्टी बांधकर भूपेश बघेल की हां में हां मिलाने वाला कांग्रेस संगठन तो भूपेश बघेल के सफेद झूठ को सही ठहराने मनरेगा तक के आंकड़े पेश करने का हुनर दिखाने में सक्षम है। हम शुरू से कह रहे हैं कि भूपेश बघेल सरकार गलत आंकड़े दिखाकर गुमराह कर रही है। छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी भयंकर रूप से बढ़ गई है। कांग्रेस ने घोषणावीर बनकर रोजगार और बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था। कितना रोजगार दिया, इसकी कलई चपरासी के लिए आई अर्जियों ने खोल दी है।
भाजपा मीडिया प्रभारी नलिनीश ठोकने ने कहा कि देश की सरकार युवाओं को महत्वाकांक्षी अग्निपथ की सौगात देकर उनका भविष्य सुरक्षित कर रही है तो भूपेश बघेल राहुल गांधी और सोनिया गांधी के कारनामे की वकालत करते हुए युवा पीढ़ी को बरगलाने का काम करते हैं और यहां छत्तीसगढ़ को बेरोजगारगढ़ बना दिया है।
भाजपा मीडिया प्रभारी नलिनीश ठोकने ने कहा कि भूपेश बघेल दावा करते हैं कि यहां चरवाहा भी 30-35 हजार रुपये महीना कमा लेते हैं तो वे चपरासी बनने के लिए जूझ रहे पढ़े लिखे युवाओं से यह कह दें कि चरवाहा बन जाओ और बड़ी रकम कमाओ। भूपेश बघेल झूठ का सौदा करके छत्तीसगढ़ की युवा पीढ़ी का भविष्य बर्बाद कर चुके हैं।