रायपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने भ्रष्टाचार के आरोप में हटाए गए आईएएस अधिकारी को मुंगेली कलेक्टर बनाए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की यह कौन सी दोहरी नीति है वो ईश्वर ही जाने। कुछ दिन पहले जिस आईएएस अधिकारी को सूरजपुर में अपने जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान हटाया था अब उन्हें ही मुंगेली जिले का कलेक्टर बनाया गया है। यह सवाल उठता है कि आखिरकार मुख्यमंत्री बघेल ने केवल भयादोहन के नाम पर उस आईएएस अधिकारी को हटाया था अब ऐसी कौन सी वजह है कि उसे ही ईमानदारी का सर्टिफिकेट देकर कलेक्टर बनाना कितना जायज है। उसी तरह से कोरबा के कलेक्टर पर प्रदेश के एक मंत्री ने ही भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था उन्हें अब रायगढ़ का कलेक्टर बनाकर उपकृत किया गया है। इस तरह से पूरे प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार आयी है तबादला को अधिकृत उद्योग का स्वरूप दिया गया है जिसके कई डीलर प्रदेश में नियुक्त किए गए है जो तबादला उद्योग के संचालन में सहयोगी है।
 
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कथनी और करनी हमेशा अलग रही है। इसी का नतीजा है कि अपने लाभ के लिए वह हर फैसला लेते है। उनका सरोकार प्रदेश की जनता से नहीं है। मुख्यमंत्री बघेल अपनी दिल्ली के लिए व एक परिवार के लिए ही समर्पित हैं। किन कारणों से भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे आईएएस अधिकारी को मात्र कुछ दिनों में ही कलेक्टर बना देना मुख्यमंत्री के काम काज को बताता है कि वह अपने फैसले पर ही अडिग नहीं रहते हैं और जिस तरह के फैसले लेते है उस फैसले में समाज की जन भावनाओं की अनदेखी होता है। उन्होंनेे कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री बघेल को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इतने कम दिनों में ही आईएएस अधिकारी पर लगे आरोप यदि सत्य थे तो इतने जल्दी आरोप से मुक्त कैसे हुए और उन्हें कलेक्टर किन कारणों से बनाया गया।