पूर्व शिक्षा मंत्री व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि शाला त्यागी बच्चों को लेकर प्रदेश सरकार के पास कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। ऐसे बच्चों की संख्या पूरे प्रदेश में लगातार बढ़ती जा रही है और केवल मात्र स्कूलों में प्रवेश उत्सव के नाम पर प्रदेश की सरकार वाहवाही लूटने में लगी हुई है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार को इसकी जरा भी चिंता नही हैं। राजधानी रायपुर में ही पिछले दो साल में 7882 बच्चों ने शाला त्यागा है और उनके स्कूल वापसी के लिए किसी तरह का कोई अभियान इन दो वर्ष के भीतर में नहीं चलाया गया है जिसके कारण स्कूलों में  लगातार बच्चों की उपस्थिति घटती जा रही है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व प्रदेश में जब भाजपा की सरकार थी सरस्वती सायकल योजना सहित, निशुल्क पुस्तक व गणावेश वितरण किया जाता था लेकिन कोरोना काल के बाद मदद के नाम पर विद्यार्थियों को कोई सहयोग नहीं मिला और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों ने स्कूल त्याग दिया। 

पूर्व शिक्षा मंत्री व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि शाला त्यागी बच्चों को लेकर प्रदेश सरकार के पास कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। ऐसे बच्चों की संख्या पूरे प्रदेश में लगातार बढ़ती जा रही है और केवल मात्र स्कूलों में प्रवेश उत्सव के नाम पर प्रदेश की सरकार वाहवाही लूटने में लगी हुई है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार को इसकी जरा भी चिंता नही हैं। राजधानी रायपुर में ही पिछले दो साल में 7882 बच्चों ने शाला त्यागा है और उनके स्कूल वापसी के लिए किसी तरह का कोई अभियान इन दो वर्ष के भीतर में नहीं चलाया गया है जिसके कारण स्कूलों में  लगातार बच्चों की उपस्थिति घटती जा रही है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व प्रदेश में जब भाजपा की सरकार थी सरस्वती सायकल योजना सहित, निशुल्क पुस्तक व गणावेश वितरण किया जाता था लेकिन कोरोना काल के बाद मदद के नाम पर विद्यार्थियों को कोई सहयोग नहीं मिला और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों ने स्कूल त्याग दिया। 
 
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा कि शाला त्यागी बच्चों के लिए प्रदेश की सरकार द्वारा उन्हें पुनः स्कूलों बेचने के लिए कोई तैयारी नहीं किया जा रहा है। जो प्रदेश सरकार की स्कूल प्रवेश उत्सव की पोल खोल रही है। बारिश के मौसम आ जाने के बाद भी स्कूलों भवनों की मरम्मत भी की जानी थी लेकिन अभी तक स्कूलों की मरम्मत नहीं किया गया है। कई स्कूलों में छल का प्लास्टर टूट कर बच्चों के ऊपर ही गिर रहा है। प्रदेश में स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है तथा प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा उन बच्चों के स्कूल में वापसी हो इसके लिए पूरे प्रदेश में युध्द स्तर पर अभियान चलाने की जरूरत है।