रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले के जामुंडा नवाटोली गाँव में घर में घुसकर अज्ञात तीन लोगों द्वारा शराब के लिए महिला पुरुष की गोली मारकर हत्या कर  दिए जाने की खबर पर राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ जल रहा है और भूपेश बघेल बंसी बजा रहे हैं। अब तो यह स्पष्ट है कि भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ बन चुका है। लगातार हत्या और बलात्कार की वारदातों के सिलसिले में यह ताजा वारदात साबित कर रही है कि राज्य की कानून व्यवस्था रसातल में पहुंच गई है। अपराधियों में कानून का  लेशमात्र भी भय नहीं है। जशपुर रायगढ़ के सीमावर्ती गांव के जंगल में बुजुर्ग महिला, उसके बेटे और नातिन की पत्थर से कुचलकर हत्या, जांजगीर जिले के अकलतरा इलाके में निगरानी बदमाश द्वारा घर में घुसकर अधेड़ महिला से दुष्कर्म के बाद दिल्ली के निर्भया कांड की तर्ज पर नृशंस हत्या, कोरबा के कुसमुंडा में बेटे द्वारा मां और बहिन की हत्या और अब शराब के लिए एक महिला और पुरुष की गोली मारकर हत्या के साथ साथ पूरे प्रदेश में हर रोज हो रही हत्या, लूट, बलात्कार, मारपीट जैसी वारदातों में नशे की भूमिका खास तौर पर सामने आई है। राजधानी रायपुर में भी लगातार नशे में हिंसा और हत्या की वारदात हो रही हैं तो साफ है कि शराबबंदी के वादे के साथ सत्ता में आये भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ को नशे में डुबो दिया है।
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि भूपेश बघेल के राज में राज्य का सामाजिक तानाबाना ध्वस्त हो गया है। अंधेरनगरी का यह चौपट राजा भ्रम फैलाने में जितनी चपलता दिखाता है उसका एक फीसदी भी यदि सत्य को स्वीकार करने की क्षमता दिखाता तो छत्तीसगढ़ में अराजकता का यह माहौल नहीं बनता। कांग्रेस की सरकार में अपराधी तत्व बेखौफ हैं। कका अभी कुर्सी पर है। वह जब तक कुर्सी पर रहेगा। ऐसा ही होता रहेगा।
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि अन्य राज्यों में किसी वारदात पर भरपूर सियासी तमाशा दिखाने वाले खानदान को छत्तीसगढ़ के बेकाबू हालात दिखाई नहीं पड़ते। भाजपा शासित किसी राज्य में कोई वारदात हो जाय तो  छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और उसके मंत्री सड़क पर हंगामा करते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस के शहजादे शहजादी की चापलूसी करने पहुंच जाते हैं और छत्तीसगढ़ में हर रोज संगीन अपराध हो रहे हैं तो कांग्रेस के राजमहल में कोई धृतराष्ट्र नजर आ रहा है तो कोई गांधारी! दुर्योधन छत्तीसगढ़ को हस्तिनापुर समझकर संस्कृति का चीरहरण नशे के दुःशासन से करा रहा है।