रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने राज्य में मीटर रीडिंग और बिल बांटने का काम राजीव मितान क्लब के सदस्यों को प्राथमिकता से देने के आदेश का हवाला देते हुए कहा है कि बिजली कंपनी द्वारा सरकार के कहने पर यह काम कांग्रेसियों के हवाले किया जाना सत्ता का खुला दुरुपयोग है। यह सोची समझी राजनीतिक साजिश है। जिसके तहत कांग्रेस अपने युवा कार्यकर्ताओं को हर माह पूरे प्रदेश में जनसंपर्क करना चाहती है। यह सरकारी धन पर कांग्रेस के चुनावी अभियान की तैयारी है। बिजली कंपनी को फौरन यह आदेश वापस लेने के साथ ही यह स्पष्ट करना चाहिए कि सरकार की ओर से किसने इसका निर्देश दिया था। सरकार की तरफ से ऐसा निर्देश देने वाले पर कार्रवाई होनी चाहिए। बिजली कंपनी राज्य की जनता की धरोहर है, यह कोई कांग्रेस का कारखाना नहीं है कि कांग्रेसियों को काम पर लगा दिया जाय। छत्तीसगढ़ के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी क्लब विशेष को इस तरह सरकारी काम देने का फरमान जारी हुआ है।
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि कांग्रेस ने राज्य की युवा पीढी के साथ धोखेबाजी की है। चुनावी घोषणापत्र में रोजगार और बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया। पौने चार साल में न युवाओं को रोजगार मिला और न ही बेरोजगारी भत्ता मिला। जब भाजपा ने इस पर युवा पीढ़ी के हक में आवाज बुलंद की तो कांग्रेस अपने वादे से ही मुकर गई। दिखावे के लिए राजीव मितान क्लब के नाम पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के समूह खड़े कर दिए। सरकार इन कांग्रेसियों को ही उपकृत कर रही है जो छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं के साथ छल कपट और भेदभाव है। क्या बेरोजगारी दूर करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता बनना जरूरी है?
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने युवाओं को गोबर बटोरने के अलावा कोई काम नहीं दिया। बेरोजगारी का आलम यह है कि सौ से भी कम भृत्य पद की भर्ती के लिए राज्य लोकसेवा आयोग के पास करीब ढाई लाख  अर्जियां पहुंच गईं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल झूठे दावे करते हैं कि तीन साल में पांच लाख युवाओं को नौकरी दे दी। वे अब यह जरूर कह सकते हैं कि कांग्रेस के पांच हजार कार्यकर्ताओं को उन्होंने काम पर लगाने का इंतजाम कर दिया है।