रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु देव साय ने बस्तर के सुकमा जिले के कोंटा इलाके के रेगड़गट्टा गांव में 61 लोगों की अज्ञात बीमारी से मौत को राज्य सरकार की संवेदनहीनता का परिणाम बताते हुए कहा है कि इस गांव में हाथ पैर में सूजन से पीड़ित लोग मौत के मुंह में समाते गए और सरकार बेखबर रही। अविश्वास प्रस्ताव की बहस के दौरान भूपेश बघेल सरकार की तथाकथित उपलब्धि का कीर्तन करने वाली कांग्रेस मंडली इन मौतों को भी अपनी उपलब्धियों की लिस्ट में सबसे ऊपर रख ले।
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि कांग्रेस के मंत्री के क्षेत्र में ढाई साल से लोग अज्ञात बीमारी से ग्रस्त होकर अकाल मौत मर रहे हैं और यहां बस्तर को स्वर्ग से सुंदर बनाने के दावे ठोके जाते रहे। यह सरकार आदिवासियों को स्वर्गवासी बनाने का काम कर रही है। जिस बस्तर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान शुरू की, उसी बस्तर में भूपेश बघेल सरकार क्या कर रही है, इसकी असलियत सामने आ गई है।
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरगुजा से अपना प्रायोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम शुरू किया, उसी समय उनके प्रतिद्वंद्वी टीएस सिंहदेव ने स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर बस्तर में समीक्षा के नाम पर सियासी दौरा किया। तब उन्हें अपने साथी मदिरा मंत्री के इलाके में फैली इस बीमारी की भनक क्यों नहीं लगी?
 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि जब कोंटा का प्रतिनिधित्व करने वाले मंत्री को अपने इलाके का होश नहीं है तो फिर स्वास्थ्य मंत्री को क्या पड़ी है। स्थानीय मंत्री का यह बयान भी सरकार के हवा हवाई दावों की कलई खोल रहा है कि संवेदनशील इलाका होने की वजह से आदिवासियों की मौत की सूचना नहीं मिल पाई थी।