रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा के  प्रवक्ता पूर्व मंत्री केदार कश्यप, प्रवक्ता देवलाल ठाकुर, जनजाति मोर्चा अध्यक्ष विकास मरकाम ने सयुक्त बयान जारी कर आदिवासी दिवस पर भूपेश बघेल सरकार द्वारा जारी इश्तहार को झूठ का पुलिंदा करार दिया है। भाजपा नेताओं ने अपने बयान में कहा कि झूठी सरकार ने एक बार फिर झूठ परोस दिया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार आदिवासियों के लिए कुछ करती तो है नहीं, केवल झूठी कहानी गढ़ती है। चील का उड़ना कम, चिल्लाना ज्यादा जैसी फितरत पौने चार साल से देखी जा रही है। 
 कांग्रेस सरकार के इस दावे पर सवाल किया है कि दावा कर रही है कि जंगल और जमीन पर अधिकार दिया तो वह बताये कि कौन सा अधिकार दिया है? 
भाजपा नेताओ ने सयुक्त बयान में कांग्रेस को चुनौती देते हुए इन सवालों के जवाब मांगे हैं:-
 
0  दो साल तक आदिवासियों से विभगीय मंत्री टीएस सिंहदेव चर्चा करते रहे और कैबिनेट में उनकी सहमति के बिना पेसा कानून का मसौदा ही बदल दिया, ऐसा क्यों?
 
0 अंतिम छोर तक आदिवासी इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं का झूठा दावा करने वाले यह क्यों नहीं बता रहे कि कितने बच्चों की मौत हुई? केवल 3 वर्षो में 25 हजार बच्चे कैसे काल के गाल में समा गए?
 
0  दुर्गम क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवा का दावा करने वाले यह क्यों नहीं बता रहे कि कोंटा के रेहड़ागुड़ा में 61 आदिवासियों की मौत कैसे हुई? बस्तर में कुपोषण, मलेरिया के प्रकोप से मौत का सिलसिला नहीं थम रहा तो इसका जिम्मेदार कौन है?
 
0  आदिवासियों का कौन सा आर्थिक सशक्तिकरण हुआ है, इस पर श्वेतपत्र जारी क्यों नहीं करते?उन्हे लाभांश कितना दिया गया है?
 
0  आदिवासियों के लिए न्याय के यही अवसर हैं कि नारायणपुर में पुलिस आदिवासियों को उठाकर नक्सली बताकर जेल में ठूंस रही है। इस बात की पुष्टि खुद कांग्रेस के ही विधायक करते आ रहे है पटनायक आयोग की सिफारिश पर अमल क्यों नहीं हो रहा?
 
0 क्या आदिवासी क्षेत्रों उदयपुर, लखनपुर को इसलिए तहसील नहीं बनाया जा रहा क्योंकि ये टीएस सिंहदेव के सरगुजा में हैं।