रायपुर। भाजपा शहर जिला अध्यक्ष व पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने रायपुर में बढ़ते अपराधों का हवाला देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से राजधानी की कानून व्यवस्था नहीं सम्हल रही तो इस सरकार से राज्य में आई अपराधों की बाढ़ पर नियंत्रण की उम्मीद कैसे की जा सकती है। कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ को अपराधगढ़ और राजधानी को अपराधधानी बना दिया है। बस्तर तो बेकाबू है ही, जहां नक्सली सरेआम रैली निकालकर बता रहे हैं कि उन्हें नहीं लगता कि छत्तीसगढ़ में सरकार नाम की कोई ऐसी व्यवस्था है जो उनके आड़े आये। आलम यह है कि राजधानी रायपुर में भी भूपेश बघेल की पुलिस का कोई खौफ आपराधिक तत्वों में नहीं है। अपहरण करके शहर के एडिशनल एसपी के दफ्तर के नीचे ले जाकर पीटते हैं। ऐसे दिलेरों के सिर पर किसी का तो हाथ जरूर होगा। राजधानी में बदमाश ट्रक ड्राइवर को चाकू मारकर हत्या कर देते हैं। क्या भूपेश बघेल अपनी ऐसी निकम्मी पुलिस को वीरता पुरस्कार देना पसंद करेंगे, जो जनता की हिफाजत नहीं कर पा रही। राजधानी में ऐसा कोई दिन नहीं गुजरता जब संगीन अपराध घटित न हों। भूपेश बघेल के राज में आपराधिक वारदातों के मामले में हो रही बेतहाशा वृद्धि बता रही है कि इस सरकार को जनसुरक्षा की कोई चिंता नहीं है। सरकार केवल दिल्ली दरबार को समर्पित है।