अनर्गल और अपशब्द बयानबाजी कांग्रेस नेताओं के संस्कार पर सवाल खड़े करता है : भाजपा.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि मुख्यमंत्री समेत तमाम कांग्रेस नेताओं की बदजुबानियां गंभीर चिंता का विषय है। श्री साव ने कहा कि एक सशक्त विपक्ष के रूप में भाजपा लगातार जन सरोकारों से संबंधित विषयों पर आन्दोलन कर आ रही है। यह हमारा लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकार है। लेकिन विपक्ष के सवालों से बौखला कर कांग्रेस के नेतागण जिस तरह की शब्दावली का इस्तेमाल करते हैं, वे न केवल घोर आपत्तिजनक है बल्कि सीधे तौर पर यह कहा जा सकता है कि ऐसा बोलना उनके संस्कारों पर गंभीर सवाल पैदा करते हैं।
प्रदेश भाजपाध्यक्ष श्री साव ने कहा कि शराबबंदी समेत तमाम झूठे वादे कर सत्ता में आये मुख्यमंत्री बघेल के मष्तिष्क पर न जाने क्या असर हो गया है कि उन्हें सोते-जागते बस जाम ही नज़र आता है। भाजपा के आदरणीय पदाधिकारियों का उपनाम बिगाड़ कर लगातार किये जाते बयानबाजी की भाजपा कड़ी निंदा करती है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आखिर यह कैसी मानसिकता है कि बघेल परिवार जातिगत दुराग्रह से ऊपर उठ ही नहीं पा रहा है। जहां सीनियर बघेल सवर्णों को गाली देने से लेकर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम तक के बारे में अभद्र बयानबाजी करते रहते हैं, वहीं सीएम बघेल ने अब विपक्ष के पदाधिकारियों का उपनाम बिगाड़ कर उपयोग कर अपनी मानसिकता का परिचय दे रहे हैं।
श्री साव ने कहा कि हमारे लिए निस्संदेह कांग्रेस के स्तर पर उतरना कठिन है, लेकिन कांग्रेस ऐसा करने को हमने मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा कि वास्तव में मुख्यमंत्री जैसे पद पर बैठ कर ऐसी बयानबाजी कर सीएम बघेल छत्तीसगढ़ को देश भर में बदनाम कर रहे हैं, यह दुखद है। श्री साव ने सीएम बघेल को जनता का हंटर झेलने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है।
श्री अरुण साव ने कहा कि बुधवार को रायपुर में होने जा रहे युवा मोर्चा के ‘हल्ला बोल’ से सरकार भयभीत हो गयी है। यह भय भी शायद मुख्यमंत्री से अनाप-शनाप बयान दिला रहा है। उन्होंने स्पष्ट रूप से सरकार को चेतावनी दी है कि युवा मोर्चा के आन्दोलन को किसी भी आलोकतांत्रिक तरीके से बाधित करने की कोशिश की गयी तो छत्तीसगढ़ के युवा इसे सहन नहीं करेंगे, और इसके बाद के किसी भी परिणाम के लिए शासन और ख़ास कर मुख्यमंत्री बघेल पूरी तरह जिम्मेदार होंगे। श्री साव ने कांग्रेस को यह चेतावनी दी है कि वह अपने आचरण को लोकतांत्रिक और शिष्ट बनाए।