प्रदेश प्रभारी श्रीमती डी. पुरंदेश्वरी जी के प्रेस वार्ता के बिंदु
आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का जन्मदिन है। मैं उन्हें शिष्ट आचरण की शुकामना देती हूं। कांग्रेस नेताओं की लगातार स्तरहीन बयानबाज़ी गंभीर चिंता का विषय है। हताशा और निराशा में बघेल जी लगातार मर्यादाओं का हनन कर रहे हैं। यह दुखद है। विनम्रता छत्तीसगढ़ की पहचान रही है, उसे भी बघेल जी नुक़सान पहुंचा रहे हैं।
आप सभी जानते हैं कि बड़े-बड़े वादे कर भूपेश बघेल जी की सरकार सत्ता में आयी लेकिन उन्होंने सिवा धोखा देने के और कोई भी काम नहीं किया। जन घोषणा पत्र में चाहे घर-घर रोज़गार देने के वादे की बात हो, एक लाख ख़ाली पदों पर भर्ती की, या फिर दस लाख युवाओं को बेरोज़गारी भत्ता देने की, हर मामले में सिवा ठगने के कांग्रेस ने कुछ भी नहीं किया। कांग्रेस के इस कुशासन में प्रदेश के युवाओं का भविष्य अंधकारमय लग रहा है, जिस तरह वे विवश और ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं, उसके ख़िलाफ़ भारतीय जनता युवा मोर्चा, छत्तीसगढ़ प्रदेश 24 अगस्त को राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री निवास का घेराव कर ‘हल्ला बोलने’ जा रहा है। भूपेश बघेल जी का सारा ध्यान केवल मेनिपुलेटेड आंकड़े जुटा कर अधिक से अधिक मीडिया में उसे प्रकाशित करना रह गया है। सच्चाई से उसका कोई संबंध नहीं है।
जन घोषणा पत्र में ‘हर घर रोजगार घर घर रोजगार’ का वादा था, आज पौने चार साल बाद भी प्रदेश का हर घर बेरोजगार, घर घर बेरोजगार की स्थिति में है।
भूपेश सरकार ने 5 लाख नौकरी दे देना का दावा कर दिया था, जिसका झूठ सदन में सामने आया जब सीएम को यह स्वीकार करना पड़ा कि महज 21 हजार नौकरी दे पायी है कांग्रेस।
भूपेश सरकार युवाओं से छल करने के लिए निजी एजेंसियों द्वारा झूठा और प्रायोजित अध्ययन कर प्रदेश में बेरोजगारी की दर न्यूनतम बताती है परंतु 400 पदों के लिए वेकेंसी निकालती है सरकार तो 20 हज़ार लोग आवेदन कर रहे।
चपरासी के 90 पदों के लिए 2.25 लाख आवेदन भी इसके झूठ की पोल खोलते हैं।
जिस सीएमईआई के डेटा को सीएम कोट कर घर-घर रोज़गार का दावा करते हैं, वह निजी क्षेत्र में काम करने वाली एक कोरपोरेट है। उसने खुद ही अपने साइट पर लिखा है कि डेटा उसके लिए प्रोडक्ट है। इसके अलावा कांग्रेस के नेताओं के रिश्तेदारों द्वारा चलाए जाते एनजीओ को पैसे देती है और उन्हीं की सहायता से अजीब-अजीब दावे वाले झूठे सर्टिफिकेट ला कर उसका ढोल पीटती है।
सच्चाई वह है जो आपलोग लिखते हैं। यहीं के एक प्रमुख अख़बार के ऑनलाइन सर्वे में प्रदेश के 88 प्रतिशत लोगों ने कहा कि बेरोज़गारी के आँकड़े ज़मीनी हक़ीक़त से मेल नहीं खाते हैं।
बीते 3 वर्षों में 20 हजार से अधिक लोग आत्महत्या करने मजबूर हुए हैं, इनमें से 18-30 वर्ष की उम्र के 10 हज़ार से अधिक युवा शामिल हैं। अधिकांश युवाओं ने बेरोज़गारी और हताशा-निराशा के कारण आत्महत्या की है।
कांग्रेस ने 10 लाख युवाओं को 2500/- रुपया बेरोजगारी भत्ता का वादा भी कोरा झूठ साबित हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बताएं किसे एक रुपया दिया? छत्तीसगढ़ के युवाओं का 12 हज़ार करोड़ रुपया ब्याज समेत वापस करें। प्रत्येक युवा का 1 लाख 12 हजार 5 सौ वापस कब करेंगे बताएं?
भूपेश सरकार द्वारा नयी नौकरी देना तो दूर, भाजपा सरकार में स्वीकृत 14580 शिक्षक भर्ती को भी उसने जान बूझ कर रोका हुआ है।
जिन्हें भाजपा के शासन में नौकरी मिली उन्हें भी कांग्रेस लगातार परेशान कर रही है। अभी लाखों शासकीय कर्मचारी हड़ताल पर हैं। हर बात में केंद्र की नकल करने वाली कांग्रेस छत्तीसगढ़ में केंद्र के समान महंगाई भत्ता क्यों नहीं देती?
अस्थायी कर्मियों को 10 दिन के अंदर नियमितीकरण का लिखित वादा किया गया था। संविदाकर्मियों, अनियमित कर्मियों, विद्युत संविदा कर्मियों, दैनिक वेतनभोगी, विद्या मितान, अतिथि शिक्षक, आंगनबाड़ी की बहनों और मितानिन बहनों के साथ लगातार अन्याय हुआ उन्हें सड़क पर उतरने मजबूर किया गया।
नौकरी देना तो दूर जिन ‘रेडी टू ईट’ की हज़ारों बहनों को रोज़गार मिला था, उसे भी छीन कर एक निजी कम्पनी को दे दिया गया।
नशों के सत्ता संरक्षित कारोबार ने भी युवाओं का भविष्य ख़राब किया हुआ है। शराबबंदी का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार आज घर-घर शराब भेज रही है। ड्रग्स, गाँजा आदि तमाम नशों का कारोबार या तो सत्ता के संरक्षण में चल रहा है या अनेक जगह सत्ताधारी दल के लोग सीधे संलिप्त पाए जा रहे हैं। इसे रोकने की कोई भी इच्छा शक्ति सरकार दिखला नहीं पा रही है। माफ़ियाओं का प्रदेश में बोलबाला है।
भूपेश जी की सरकार लगातर शासकीय कर्मियों का, खुफिया विभाग का जिस तरह दुरूपयोग कर रहे हैं, जिस तरह पुलिस अधिकारी को जनसंपर्क का काम दिया गया है और वे पत्रकारों तक को आतंकित कर रहे हैं, यह ग़लत है।
युवा मोर्चा के ‘हल्ला बोल’ से सरकार डरी हुई है। वह युवा मोर्चा के इस आंदोलन को बाधित करने अनेक प्रपंच रच रही है। अगर हमें अपने संविधान प्रदत्त लोकतंत्रिक अधिकार का प्रदर्शन करने से किसी भी तरह अवरोध उत्तपन्न किया गया, प्रदेश के आक्रोशित युवाओं को अगर शासन द्वारा परेशान किया गया तो उससे पैदा हुई किसी भी अप्रिय स्थिति के लिए कांग्रेस सरकार पूरी तरह ज़िम्मेदार होगी।
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