रायपुर। भाजपा नगर जिला अध्यक्ष पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने राजधानी में संगीन अपराधों की बाढ़ के बीच फाफाडीह चौक स्थित एसबीआई सेवा केंद्र में घुसकर वृद्ध के सिर पर हथौड़ा मारकर डेढ़ लाख की लूट और इसके पहले गंज थाना क्षेत्र में सशस्त्र चोरों के धावे का हवाला देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से राजधानी तक की कानून व्यवस्था नहीं सम्हल रही है तो वे कुर्सी छोड़कर घर सम्हालें। बुजुर्ग पिताजी का ख्याल रखें। राज्य के बच्चों, बेटियों, बहनों, युवाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा और संरक्षण उनके बस की बात नहीं है तो छत्तीसगढ़ के मुखिया क्यों बने बैठे हैं।
 
भाजपा नगर जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि भूपेश बघेल की पुलिस उनकी तानाशाही, वादाखिलाफी के विरुद्ध लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करने वालों के हाथ पैर सिर फोड़ने के लिए तत्पर है। राजनीतिक विरोधियों के दमन के लिए चौबीसों घंटे मुस्तैद है लेकिन पुलिस की जो मूल जिम्मेदारी है, उसके लिए पुलिस के पास न तो फुर्सत है और न ही इजाजत। पुलिस को अपराधियों के सामने बेबस, लाचार बना दिया गया है। राजधानी में अपराधी बेखौफ होकर बड़े बड़े अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस को केवल जिम्मा सौंपा गया है कि मुख्यमंत्री निवास तक कोई परिंदा भी पर न मार सके। जन सुरक्षा से पुलिस का कोई लेनादेना नहीं है। भूपेश बघेल लोकतंत्र का गला घोंटने में लगे हैं और उनकी पुलिस अपराधियों से लेनदेन में लगी है।
 
भाजपा नगर जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि राजधानी सहित पूरे छत्तीसगढ़ में नशा माफिया, जुआ माफिया, सट्टा माफिया सक्रिय हैं। खाद, जमीन, रेत से लेकर कोल तक माफिया राज कायम है। भर्ती माफिया भी आबाद है। गंगाजल हाथ में लेकर शराबबंदी का वचन देने वाले शराब का दरिया बहा रहे हैं और उसके भ्रष्टाचार में तैर रहे हैं। हर आपराधिक वारदात में शराब का कनेक्शन सामने आने से स्पष्ट है कि इस सरकार ने रोजगार तो दिया नहीं, शराब को बढ़ावा दिया है, ड्रग्स को बढ़ावा दिया है, जुआ सट्टा को राजनीतिक संरक्षण है तो अंधेरी गलियों में भटक रही युवा पीढ़ी गलत रास्ते पर जा रही है। जिसकी वजह से चोरी, राहजनी, लूट, डाका, चाकूबाजी, गिरोहबाजों में हिंसक मुठभेड़, अपहरण,हत्या, बलात्कार जैसी वारदात रोजमर्रा की बात हो गई है।