नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने जारी बयान में कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार के गैर-जिम्मेदाराना अर्थिक कुप्रबंधन के कारण छत्तीसगढ़ भीषण आर्थिक बदहाली से दौर के गुजर है। सरगुजा संभाग के वरिष्ठ कांग्रेस के नेता व मंत्री टीएस सिंहदेव से धरनारत  कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी ने अपनी मांगों को लेकर मुलाकात की थी। जिस पर उन्होंने ने खुद ही स्वीकार है कि प्रदेश में उनकी सरकार की वित्तीय प्रबंधन चरमरा गयी है।इस कारण आपकी मांगों को पूरा नहीं किया जा सकता है।
नेता प्रतिपक्ष श्री चंदेल ने कहा कि देश के कई राज्यों में केन्द्र सरकार के समान डीए दिया जा रहा है। लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार के गलत नीतियों  के कारण ही कर्मचारियों व अधिकारियों को डीए व एचआरए मांग के मुताबिक नहीं मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश जिस तरह से भीषण आर्थिक दौर से गुजर रहा है। जिस वजह से कर्मचारी-अधिकारी सहित आमजन परेशान है और व्यापक जनाक्रोश फैल रहा है। प्रदेश में कर्मचारी-अधिकारियों को  3-4 माह से वेतन नहीं मिल रहा है। प्रदेश के पेंशनधारकों को पेंशन भी नहीं मिल रहा है। जो बेहद ही दुखद है।
नेता प्रतिपक्ष श्री चंदेल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार को वर्तमान आर्थिक संकट को श्वेत पत्र जारी करना चाहिये। 
वहीं पूरे प्रदेश में कर्मचारी-अधिकारियों के धरना पर चले जाने से प्रशासनिक व्यवस्था चरमरा गयी है।आम आदमी का कोई कार्य नहीं हो रहा है।जिसके लिये पूरी तरह से भूपेश बघेल की सरकार जिम्मेदार है। उनके मांगों को तत्काल पूरा कर बेहतर व्यवस्था के लिये पहल करना चाहिये।