भूपेश बघेल जी!
सरपंच साथी भी आज हड़ताल कर धरने पर बैठने को मजबूर हैं।ग्राम पंचायतों में विकास शून्यता की स्थिति है।भारत सरकार से ग्राम पंचायतों को 15वें वित्त की राशि सीधे दी जाती है,इस पर उनका मौलिक अधिकार है;लेकिन आप  पंचायतों की जरुरत अनुसार उसका भी उपयोग करने नहीं दे रहे हैं।गोठान के नाम पर आपके ठेकेदार उसका बंदरबाँट कर रहे हैं।प्रदेश को विकास शून्यता और ठेकेदारी से बाहर लाइये।
जब पंचायती राज व्यवस्था का रीढ़ ‘सरपंच’ ही हड़ताल और धरने पर बैठने को मजबूर है,तो प्रदेश का क्या होगा??? :- भाजपा प्रवक्ता ओ पी चौधरी