पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश में बढ़ते अपराध के मामलों पर तंज कंसते हुए कहा कि प्रदेश का कोई एक भी थाना नहीं होगा जहां पर प्रतिदिन अपराध का एक भी मामला दर्ज नहीं होता होगा। हालत अब यह हो चला है इन थानों का ग्रह-दोष भी बिगड़ चुका है इसलिए लगता है कि अपराध के नियंत्रण के लिए नींबू-मिर्च बांधने की जरूरत है जिसे लेकर प्रदेश सरकार को एक अभियान चलाना चाहिए। इससे दुर्भाग्य की स्थिति और क्या हो सकती है कि प्रदेश के गृह मंत्री को पुलिस के आला अधिकारियों की बैठक के दौरान अपराधियों की एक सूची सौंपी जाती है जिसमें उल्लेखित है कि यह अपराधी गांजा, सट्टा सहित कई तस्करी के मामलों में संलग्न है जिस पर कार्यवाही के लिए प्रदेश के मौनी गृह मंत्री को सूची देनी पड़ती है। इससे दुखद प्रदेश में कुछ भी नहीं है। कांग्रेस के भीतर के विवाद के चलते प्रदेश के गृह मंत्री पुलिस विभाग के नियंत्रण को लेकर कुछ भी नहीं कर रहे है और लगातार बढ़ते अपराध को लेकर जिम्मेदारों पर कार्यवाही नहीं होने से ऐसे पुलिस के अधिकारियों का मनोबल मजबूत है और वे अपराध पर अंकुश लगाने की दिशा में कुछ भी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार जिस तरह से अपराध घटित हो रहे है उस पर अंकुश लगाने को लेकर किसी की जरा भी संवेदनशीलता नहीं दिखती और अपराध करके अपराधी पुलिस के गिरफ्त में ही नहीं आते। इस तरह की परिस्थितियां प्रदेश के सभी जिलों में बनी हुई है। 
 
पूर्व नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद कह चुके है कि प्रदेश में गांजे की एक भी पत्ती की तस्करी नहीं होगी लेकिन जिस तरह से तस्कर बेखौफ गांजे का अवैध कारोबार कर रहे है यह पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है। पुलिस ने नशे के कारोबार पर रोक लगाने एक विशेष कमेटी भी बनाया था उसका भी पता नहीं हैं।