रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विधायक रंजना साहू ने कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य कुमारी शैलजा व राज्य के आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस राहुल बचाओ यात्रा निकाल रही है। इन्हें भारत  जोड़ो यात्रा की जगह कांग्रेस जोड़ो और कांग्रेस खोजो यात्रा निकालनी चाहिए। कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले ही जोड़ चुके हैं। अटलजी ने स्वर्णिम चतुर्भुज के जरिये देश की चारों दिशाओं को जोड़ दिया था। धारा 370 के खात्मे के साथ मोदी जी ने देश को एक सूत्र में पिरो दिया है। श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला के भव्य मंदिर के शिलान्यास के साथ देश की चेतना को जोड़ दिया है। मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति दिलाकर, सभी महिलाओं को चूल्हे से मुक्ति दिलाकर, स्वच्छ शौचालय, आवास दिलाकर मोदी जी ने सारे देश की मातृशक्ति को जोड़ दिया है। देश के हर वर्ग को, जन जन को मोदी जी ने जोड़ दिया है। कांग्रेस के लिए केवल एक ही काम बचा है, राहुल गांधी की रीलांचिंग।  कांग्रेस के भीतर तो यह एकदम आसान है लेकिन देश की जनता के सामने कांग्रेस उन राहुल का कौन सा चेहरा लेकर जाना चाहती है, जिन्हें उनकी पारिवारिक सीट कहलाने वाली अमेठी की जनता ने तक ठुकरा दिया। पलायनवादी राहुल केरल के वायनाड में ठिकाना तलाशने मजबूर हुए। देश भर के कांग्रेस का ऐसा सफाया हो गया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता तक की पात्र नहीं रही। ऐसी कांग्रेस जिस पिटे पिटाये चेहरे को दूल्हा बनाये घूमना चाहती है, वह स्वतंत्रता सेनानियों की हजारों करोड़ की धरोहर हड़प लेने के मामले का आरोपी है।
 
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता रंजना साहू ने कहा कि कुमारी शैलजा और आबकारी मंत्री कवासी लखमा छत्तीसगढ़ में जिस तथाकथित  जोड़ो यात्रा के प्रमोटर बनकर भाजपा पर देश तोड़ने का बेहद तुच्छ आरोप लगा रहे हैं, उन्हें यह बताना चाहिए कि कांग्रेस में चार पांच दशक तक पसीना बहाने वाले नेता जिस नेतृत्व की असलियत उजागर करते हुए कांग्रेस  छोड़कर जा रहे हैं, वह नेता अगर जोड़ने में सक्षम होता तो कांग्रेस छोड़ो यात्रा क्यों निकल रही है। आये दिन पुराने नेता कांग्रेस छोड़ रहे हैं। कई चले गए, कई जाने को तैयार बैठे हैं। लखमा को तो अब एक ऐसी यात्रा का प्रायोजक बन जाना चाहिए, जो अगले चुनाव का जनघोषणा पत्र लिखने वाले की तलाश में आयोजित की जा सकती है। क्योंकि पिछले चुनाव के घोषणावीर तो वादे पूरे न होने पर अपनी ही सरकार पर तीर चला रहे हैं।