रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने  कहा है कि बड़े बड़े दावे करते घूम रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम की कांग्रेस के नेताओं ने ही उपेक्षा कर दी।यह कांग्रेस में ही सम्भव है कि प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में पार्टी के कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष को ही उपेक्षित कर दिया जाए। कांग्रेस के पोस्टर से मोहन मरकाम का गायब हो जाना और इस पर पीसीसी द्वारा शोकाज नोटिस जारी करना इसका प्रमाण है कि कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है।
 
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा कि मामला तब और गंभीर है, जब प्रदेश प्रभारी की उपस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष का ऐसा अपमान हुआ। कांग्रेस के भीतर सत्ता और संगठन में जबर्दस्त संग्राम चल रहा है। सत्ता के स्तर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मुख्यमंत्री की कुर्सी के दावेदार रहे मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच सरकार गठन के बाद से ही खींचतान चल रही है और यह इस सरकार के सड़क पर आ जाने तक जारी रहेगी। भूपेश बघेल जनघोषणापत्र के वादों से इसलिए किनारा कर रहे हैं क्योंकि यह घोषणापत्र सिंहदेव ने बनाया था। कांग्रेस में सत्ता की राजनीति का स्तर यह है कि कांग्रेस के विधायक अपने ही मंत्री से जान का खतरा बताते हैं और सरकार के मंत्री भरे बीच सत्र में सदन से बहिर्गमन कर जाते हैं। अभी मानसून सत्र के दौरान एक मंत्री मुख्यमंत्री पर आरोपों की मूसलाधार वर्षा करके एक विभाग त्याग कर अंतर्ध्यान हो गए।
 
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने  कहा  कि कांग्रेस में सत्ता और संगठन के बीच जो चल रहा है, उसकी नजीरों की फेहरिस्त लंबी है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में अध्यक्ष के सामने कांग्रेस संस्कृति का प्रदर्शन करने वाले मंत्री दर्जाधारी को मरकाम ने दंडित किया लेकिन मुख्यमंत्री ने उसे सत्ता की मलाई खाने से वंचित नहीं किया। इसके साथ ही मरकाम पर दबाव डालकर उसकी कांग्रेस में बहाली भी हो गई। यह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की बेहाली और बदहाली का नमूना है। विधायक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले युवा आयोग सदस्य पर गाज गिर जाती है लेकिन मंत्री के आरोप पर भ्रष्ट अफसरों का बाल बांका नहीं हो सकता। संगठन ऐसे मामलों में हस्तक्षेप करने की हिम्मत नहीं कर सकता। मरकाम कांग्रेस विधायकों को रिपोर्ट कॉर्ड दिखाने की कोशिश करते हैं और कांग्रेस की बैठकों में भूपेश बघेल उल्टे उन्हीं पर बरस पड़ते हैं।पुनिया भी भूपेश बघेल की हां में हां मिलाते हैं। अब बिलासपुर में मरकाम को पैगाम दे दिया गया है कि आप पोस्टर से गायब हो चुके हैं, अपनी इज्जत अपने हाथ के साथ घर बैठ जाएं। भाजपा जैसे समर्पित और अनुशासित संगठन के प्रक्रियागत बदलाव पर तुच्छ  राजनीतिक बयानबाजी करने वालों को अपना ताश का घर देखना चाहिए, जो भरभराकर गिरने वाला है।