मिशनरियों द्वारा करमा का आयोजन कर डिलिस्टिंग से बचने का उपाय ढूंढा जा रहा -अनुराग सिंहदेव
रायपुर। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने मूल आदिवासी संस्कृति और परंपरा को ईसाई मिशनरियों द्वारा हथियाने और आदिवासी क्षेत्रों में धर्मांतरण में बेतहाशा वृद्धि को कांग्रेस की साजिश करार देते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी समुदाय की संस्कृति और संस्कार को नष्ट करने की साजिश कांग्रेस की सरकार के संरक्षण में चार साल से चल रही है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने अम्बिकापुर में मूल आदिवासी उरांव और ईसाई मिशनरियों के बीच करमा नृत्य आयोजन को लेकर सामने आए विवाद का हवाला देते हुए कहा कि करमा पूजा परंपरा संस्कार और सनातन संस्कृति है। इसका मिशनरी धर्म से कोई संबंध नहीं हो सकता। सरकारी संरक्षण में मिशनरियों द्वारा करमा का आयोजन कर डिलिस्टिंग से बचने का उपाय ढूंढा जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पहले ही आशंका जताई थी कि जिस तरह कांग्रेस सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण हो रहा है, उससे आदिवासी संस्कृति और परंपरा पर ईसाई मिशनरियों द्वारा कब्जे की कोशिशें बढ़ेंगी। अब इसके परिणाम सामने आने लगे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार में धर्मांतरण को इस कदर बढ़ावा मिल रहा है। पूर्व में बस्तर संभाग कमिश्नर और एस पी ने धर्मांतरण को खतरनाक बताया था इन चेतावनियों के बावजूद बस्तर में मूल आदिवासी धर्मांतरण का विरोध कर रहे हैं तो उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। राजधानी में सुनियोजित तरीके से धर्मांतरण हो रहा है, इसका विरोध करने वालों को पुलिस के दमन का शिकार होना पड़ता है।
श्री सिंहदेव ने सरकार को चेतावनी दी है कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को बढ़ावा तथा आदिवासी संस्कृति पर ईसाई मिशनरियों के अतिक्रमण का न्यौता देने वाले अब भी चेत जाएं तो बेहतर है। अन्यथा आदिवासी संस्कृति पर आक्रमण भारतीय जनता पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी। और इसका दुष्परिणाम कांग्रेस को भोगना पड़ेगा।