छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार के षड्यंत्र के कारण आदिवासी समाज का आरक्षण 32% से घटकर अब 20% हो जाने के विरोध में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा द्वारा 9 नवंबर को प्रदेश के सभी जिलों में चक्काजाम कर रही है। अजजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने  कहा कि विधानसभा चुनाव में आदिवासी समाज ने कांग्रेस को 30 आदिवासी विधायक दिये बदले में कांग्रेस की यह सरकार आदिवासियों से उनका संवैधानिक अधिकार छीन रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला बोलते हुए कहा है कि उन्होंने केपी खांडे को उपकृत करके यह प्रमाणित कर दिया कि आदिवासियों से आरक्षण छीनने के सरगना वो ही हैं।
          
           आरक्षित वर्ग के हजारों शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों के पदोन्नति के लिए बनाए गए पदोन्नति में आरक्षण अधिनियम 2003 को भी भूपेश बघेल की यह सरकार कानूनी अड़चनों से नहीं बचा पाई और आज पर्यंत कोई नया पदोन्नति में आरक्षण का नियम नहीं बना पाई है, जिसके कारण कांग्रेस की सरकार आने के बाद 2019 से हमारे शासकीय सेवकों को भी पदोन्नति में आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है
             कांग्रेस की इस आदिवासी विरोधी सरकार की लापरवाही के कारण एक के बाद एक हमारे संवैधानिक अधिकारों पर रोक लगाया जा रहा है। 4 साल से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार क्यों छीने जा रहे हैं, इस प्रश्न का जवाब तो अब कांग्रेस को ही देना होगा।
          9 नवंबर के चक्काजाम कार्यक्रम में रायपुर में नंदकुमार साय,(लालपुर ओवर ब्रिज के नीचे) जशपुर में विष्णुदेव साय,नारायणपुर में केदार कश्यप, कोंडागांव में लता उसेंडी, बीजापुर में महेश गागड़ा, अंबिकापुर ने कमलभान सिंह, सूरजपुर में रामसेवक पैंकरा, कोरबा में ननकी राम कंवर, गरियाबंद में डमरूधर पुजारी, धमतरी में विकास मरकाम सहित सभी जिलों में वरिष्ठ भाजपा नेता सम्मिलित होंगे।