अगर एक नवम्बर से ख़रीदी शुरू कर देती सरकार तो किसान आज इस तरह तबाह नहीं होते : प्रदेश भाजपाध्यक्ष
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा है कि किसानों के साथ अपने षड्यंत्रपूर्ण इरादों में शुरू से लगे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश सरकार को अब प्रकृति की मार सह रहे किसानों का न केवल पूरा धान ख़रीदने की घोषणा तत्काल करनी चाहिए, बल्कि किसानों को बेमौसम बारिश से हुए नुक़सान का मूल्यांकन करके पर्याप्त आर्थिक सहायता मुहैया करानी चाहिए। श्री साय ने कहा कि एक माह देर से धान ख़रीदी का निर्णय लेकर प्रदेश सरकार ने किसानों को दोहरी आर्थिक चोट पहुँचाने का षड्यंत्र रचा था और अब हुई बारिश के कारण एक तो किसानों का धान खेत में पानी में भीग गया, खड़ी फसल क्षतिग्रस्त हुई और अब धान कटाई की लागत भी बेहिसाब बढ़ जाएगी।
 
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि उत्तरप्रदेश में प्रदेश के ख़ज़ाने का पैसा लुटा रहे मुख्यमंत्री बघेल अब पहले प्रदेश के किसानों को उनके नुक़सान की भरपाई करें और तत्काल यह घोषणा करें कि प्रदेश सरकार बारिश में भीगा पूरा धान 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से अपने तमाम मापदंडों को शिथिल करके ख़रीदेगी और केंद्र सरकार द्वारा अब तक बढ़ाए गए समर्थन मूल्य की पूरी अतिरिक्त राशि भी किसानों को देकर केंद्र की योजना का सीधा लाभ किसानों को देगी।
 
श्री साय ने आगाह किया है कि यदि प्रदेश सरकार धान ख़रीदी के समय धान को पााखड़, बदरा या कुछ और बताकर धान ख़रीदने से इंक़ार किया तो भााजपा पूरे प्रदेश में किसानों को साथ लेकर इस सरकार के साज़िशाना इरादों की ईंट से ईंट बजाने के लिए सड़क पर उतर जाएगी। श्री साय ने कहा कि प्रदेश सरकार ने समर्थन मूल्य पर किसानों का धान 01 नवम्बर से ख़रीदना शुरू कर दिया होता तो किसानों को इतना नुक़सान नहीं उठाना पड़ता। लेकिन विपक्ष में रहते हुए 01 नवम्बर से धान ख़रीदी का राग अलाापते रहने वाले मुख्यमंत्री बघेल आज सत्ता में आने के बाद से किसानों के साथ छल-कपट ही कर रहे हैं। उन्हें तो अब ख़ुद को किसान पुत्र कहने-कहलाने में भी शर्म महसूस करनी चाहिए, क्योंकि किसानों की पीड़ा को नज़रंदाज करके वे हर बार अपने घोर किसान विरोधी चरित्र का परिचय दे रहे हैं और संवेदनहीनता की पराकाष्ठा कर रहे हैं।
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