भूपेश सरकार द्वारा वित्त मंत्री से रुपयों की मांग करने पर प्रतिक्रिया देते हुए नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कांग्रेस ने स्वयं ही साबित कर दिया कि वह झूठे हैं लगातार कांग्रेस यह कहती रही कि केंद्र  उनके 55 हजार करोड़ नहीं दे रहा है लेकिन अब वह बकाया 7 हजार करोड़ पहुंच गया यानी कि 48 हजार करोड रुपए का झूठा बकाया राज्य ने जनता के सामने रखा था इसके लिए कांग्रेस को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।
 
 
राज्य ने पेंशन के लिए 17,240 करोड की मांग की है उसे बकाया नहीं बताया जा सकता। कर्मचारियों के हितों में घड़ियाली आंसू बहाने वाली कांग्रेस सरकार पहले कर्मचारियों का डीए बढ़ाएं।
 
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा राज्य की भूपेश सरकार चार साल से केंद्र पर केवल आरोप लगा रही है लेकिन उसके बावजूद केंद्र सरकार ने 4 वर्षों में भूपेश सरकार को लगभग एक लाख 50 हजार करोड़ रु दिए हैं जो धान की खरीदी राज्य करता है अगर केंद्र चावल  न खरीदे तो यह संभव ही नहीं।  राज्य ने जितना धान एजेंसी के रूप में खरीदा   उससे बना  पूरा चावल केंद्र ने खरीदा है जिसकी राशि चार वर्षों की 65 हजार करोड़ की है राज्य ने स्वयं महज 4 वर्षो में 60 हजार करोड़ का भारी कर्ज लिया है राज्य की जनता ने भी राज्य को अलग से टैक्स व अन्य माध्यमों से लगभग 1 लाख 50 हजार करोड़ की राशि दी है आखिर इतना पैसा गया कहा?क्या सब दिल्ली भेज दिया गया ?जनता को तो कुछ नही मिला।
 
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा सरकार को कर्मचारियों की चिंता है तो पहले उनका महगाई भत्ता बढ़ाए  एवं जो नियोक्ता का अंशदान होता है वह देना शुरु करें और इस बात का उत्तर दे कि जैसे उसने लाखों-करोड़ों रूपए की लूट कर दी है क्या कर्मचारियों के हक का पैसा जो उन्हें  भविष्य में मिलने वाला है उसे भी लूटने का इरादा रखती है क्योंकि ये पैसा उसे कर्मचारियों को अभी नहीं देना है तो क्या कांग्रेस पैसा लेकर , फिर से चुनाव में खर्चा करना चाहती है या दिल्ली में अपने आकाओं को भेजना चाहती है कर्मचारियों के हक का  पैसा केंद्र सरकार के पास सुरक्षित है और उन्हें ही मिलेगा कांग्रेस उसे लूट नहीं सकती।