रायपुर। वरिष्ठ भाजपा नेता, विधायक व छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व संस्कृति धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भिलाई में विगत रात्रि देवाधिदेव भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्तियां खंडित किए जाने की घटना के संदर्भ में रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि कांग्रेस शासन काल में 5 साल तक धार्मिक तुष्टिकरण के लिए सनातन संस्कृति का अपमान करने वालों को संरक्षित किया गया है, जिसका परिणाम छत्तीसगढ़ में जगह-जगह देखने मिला है बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि वह तुष्टिकरण की ही राजनीति है जिसकी वजह से आदिवासी अंचलों में पुरातन संस्कृति का अवमूल्यन करने के लिए धर्मांतरण को सुनियोजित रूप दिया गया। वह तुष्टिकरण की ही राजनीति है, जिसके तहत कवर्धा में भगवा ध्वज का अपमान किया गया और सनातन धर्म की ध्वज रक्षा करने वालों को जेल में ठूंसा गया यह तुष्टिकरण की ही राजनीति है कि बिरनपुर में निर्दोष हिन्दू युवक की जेहादियों ने हत्या की और कांग्रेस सरकार ने नामजद सभी आरोपियों पर कार्रवाई करने की बजाय निर्दोष हिन्दू युवाओं पर मुकदमा लादकर जेल भेज दिया। न्याय के मंदिर में ही उन बेकसूरों को न्याय मिला।यह तुष्टीकरण की ही राजनीति है कि भिलाई के संतोषी पारा में भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्तियों को खंडित किया गया है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कभी भी किसी भी धर्म आस्था के केंद्र में इस तरह की कुंठित मानसिकता के हमले पहले नहीं होते थे लेकिन कांग्रेस की सरकार ने 5 साल में छत्तीसगढ़ की संस्कृति को विखंडित करने का काम किया है। आचार संहिता लगने के बावजूद जिस तरह ऐसी निकृष्ट और भटकाऊ घटनाएं सामने आ रही हैं, वह इस बात का प्रमाण हैं कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति छत्तीसगढ़ में सद्भाव बिगड़ने पर आमादा है। आखिर क्या वजह है कि विधानसभा चुनाव का ऐलान हो जाने के बाद अचानक फिर से सनातन आस्था के केंद्रों पर हमले होने लगे। अवश्य इसके पीछे बहुत बड़ी साजिश है। कांग्रेस सरकार की कठपुतली बनकर तुष्टिकरण को बढ़ावा देने वाला प्रशासन अब भी कांग्रेस के प्रभाव में है। इसलिए ऐसी आशंका है कि चुनाव में प्रशासनिक तंत्र का खुला दुरुपयोग किया जाएगा और छत्तीसगढ़ का वातावरण दूषित करने के लिए आने वाले समय में ऐसी और भी विध्वंसक घटनाएं सामने आ सकती हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में हिंदू आस्था के केंद्रों पर हमेशा से हमले होते रहे हैं। हमारे देवी देवताओं की मूर्ति चोरी हुई हैं और मूर्तियों में तोड़फोड़ की घटनाएं भी लगातार होती रही हैं। धार्मिक स्थलों पर होने वाली इस प्रकार की घटनाओं को कांग्रेस पार्टी ने हमेशा नकारा है। वह सुनियोजित रूप से तुष्टिकरण को बढ़ावा देने के लिए ही ऐसी घटनाओं को नजरअंदाज करती है और हिंदू आस्थाओं पर होने वाले हमले का विरोध करने वालों को प्रताड़ित करती है