'चुनाव में पुलिस के संरक्षण में भाजपा कार्यकर्ताओं की और भी टारगेट किलिंग हो सकती है, इसलिए एसपी, एसडीओपी और सभी थानेदारों को तुरंत हटाएँ' 'कुरुद विधानसभा क्षेत्र के सभी बूथ को अतिसंवेदनशील घोषित किया जाए क्योंकि टारगेट किलिंग, हिंसा के जरिए आतंक फैलाना कांग्रेस का स्थायी चरित्र' रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने केंद्रीय चुनाव आयोग के प्रवक्ता, प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, केंद्रीय गृह मंत्रालय, प्रदेश गृह मंत्रालय, छत्तीसगढ़ पुलिस सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को ट्वीट कर उनके (श्री चंद्राकर के) कुरुद विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता चंद्रशेखर गिरी की रविवार को जघन्य हत्या किए जाने की जानकारी देते हुए पुरजोर मांग की है कि निष्पक्ष चुनाव के लिए धमतरी के एसपी, एसडीओपीस समेत कुरुद विधानसभा क्षेत्र के सभी थानेदारों को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए और विधानसभा क्षेत्र के सभी बूथ को अतिसंवेदनशील घोषित किया जाए। भाजपा मुख्य प्रवक्ता व कुरुद विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी श्री चंद्राकर ने कांग्रेस की भूपेश सरकार पर आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के कार्यकर्ताओं की पुलिस के संरक्षण में लक्षित हत्या (टारगेट किलिंग) की आशंका जताते हुए आरोप लगाया कि इससे पहले भी स्व. चंद्रशेखर गिरी पर प्राणघातक हमला हुआ था लेकिन पुलिस ने उन हमलावरों को आज तक गिरफ्तार नहीं किया था और आरोपियों की अरारी-फरारी दिखाकर कार्रवाई में टालमटोल करती रही। आगे चुनाव में पुलिस के संरक्षण में भाजपा कार्यकर्ताओं की और भी टारगेट किलिंग हो सकती है। श्री चंद्राकर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के लोग सत्ता-संरक्षण प्रदान कर बाहुबलियों के जरिए चुनाव के दौरान हिंसा फैलाकर माहौल बिगाड़ने पर उतारू हैं। टारगेट किलिंग, हिंसा की राजनीति के जरिए आतंक फैलाना कांग्रेस का स्थायी चरित्र रहा है। यह इस बात का प्रमाण है कि कांग्रेस अब वैचारिक रूप से इतनी कंगाल हो चली है कि सत्ता के लिए लिए वह हर नाजायज हथकण्डों का आजमाने में शर्म महसूस नहीं करती। भाजपा मुख्य प्रवक्ता व पूर्व मंत्री श्री चंद्राकर ने कहा कि बस्तर में नक्सलियों की आड़ लेकर जिस तरह भाजपा के नेताओं, पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों की लगातार टारगेट किलिंग की गई है और उन हत्यारों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, उससे तो प्रदेश सरकार की बदनीयती स्पष्ट हो ही चुकी थी, रही-सही कसर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा प्राप्त भाजपा के पूर्व विधायकों की सुरक्षा छीनकर पूरी कर दी थी। मानपुर में कांग्रेस की सभा में कांग्रेस विधायक इंद्र शाह मंडावी की मौजूदगी में सरजू टेकाम ने जिस तरह चुनाव प्रचार के लिए आने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को काट डालने की धमकी दी और प्रदेश सरकार ने इस पर चुप्पी साध ली, वह कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र की एक झलक ही थी। कांग्रेस और उसकी प्रदेश सरकार अब शांत छत्तीसगढ़ में चुनाव को अपराध और हिंसा की दिशा में ले जाने का षड्यंत्र रच रही है। श्री चंद्राकर ने चेताया कि मुख्यमंत्री बघेल छत्तीसगढ़ जैसे शांत प्रदेश को प. बंगाल बनाने का प्रयास न करें। भाजपा मुख्य प्रवक्ता व पूर्व मंत्री श्री चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस सरकार की लापरवाही व गुंडागर्दी के कारण आज छत्तीसगढ़ की जनता अपने आप असुरक्षित महसूस कर रही है, और मुख्यमंत्री बघेल छत्तीसगढ़ को सुरक्षित राज्य बताकर फर्जी दावा कर रहे हैं पर जमीनी हकीकत यह है कि आज छत्तीसगढ़ पुरी तरह से अपराध गढ़ बन चुका है। तालिबानी अंदाज में सड़कों पर हथियारों के साथ जुलूस निकाला जा रहा है। यह हथियार किसी पर भी चल भी सकते हैं। किन्तु सरकार इस पर कार्रवाई करना छोड़ केवल आरोप लगाने में व्यस्त है। श्री चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ में ध्वस्त हो चुकी कानून-व्यवस्था के लिए भूपेश बघेल सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि बहुत संवेदनशील स्थिति है कि छत्तीसगढ़ में मानव जीवन किस प्रकार संकट में पहुंच रहा है! कांग्रेस के शासनकाल में प्रशासन का राजनीतिकरण और राजनीति का अपराधीकरण हो गया है।