रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश  प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के जिले व विधानसभा क्षेत्रों में सनातन धर्म और मंदिरों में हो रहे लगातार हमले को लेकर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से धर्म विशेष लोगों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से चुप्पी साधने से यह साफ हो गया है कि ये सरकार सनातन विरोधी है। उन्होंने कहा कि बेमेतरा जिला अंतर्गत  बिरनपुर में साहू समाज के युवक की मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा हत्या करने की घटना हो या फिर भिलाई के खुर्सीपार में गदर -2 फिल्म देख रहे एक सिख युवक द्वारा भारत माता की जय के नारे लगाने पर मुस्लिम युवकों द्वारा उसकी नृशंस हत्या कर उसके शव पर डांस करने की घटना। दोनों ही मामलों में मुख्यमंत्री की सनातन धर्म और हिन्दू विरोधी मानसिकता सामने आई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भिलाई के खुर्सीपार में सिख युवक की हत्या को क्षणिक आवेश में की गई घटना बताकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास करते वोट बैंक की राजनीति की।  
उन्होंने कहा कि दोनों की घटनाओं में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जो स्टैंड अपनाया वह एक धर्म विशेष की तरफदारी की ओर इशारा करता है। हालाकि  दोनों  ही घटनाएं दिल दहला देने वाली थी लेकिन मुख्यमंत्री श्री बघेल, साजा विधानसभा से विधायक व मंत्री रविन्द्र चौबे, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू  के पास इन पीडित परिवारों के घर जाने और उन्हें सांत्वना देने का भी समय नहीं था। 
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के बाद कांग्रेस हाई कमान के इशारे  से सनातन धर्म और मंदिर -देवालयों में लगातार हमले हो रहे हैं। आदिवासी व ग्रामीण अंचल में  भोले – भाले गरीब हिन्दुओं को सेवा, चिकित्सा के नाम पर या फिर पैसों का लालच देकर धर्मांतरण कराया जा रहा है, जो एक सोची -समझी साजिश है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भी इसमें मौन सहमति है। वहीं मुख्यमंत्री के पिता भगवान राम के अस्तित्व को नकारते हुए भगवान को गालियां देते हैं। इससे भूपेश बघेल को घर में मिले संस्कार का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। 
उन्होंने कहा भूपेश सरकार के मंत्री ही नहीं बल्कि उनके विधायक भी सनातन धर्म को लेकर समय समय पर टिप्पणी करने से बाज नहीं आते। मुख्यमंत्री के गृह जिले में मंदिरों पर लगातार हमले की घटना हो रही है। अभी हाल ही में भिलाई के संतोषीपारा स्थित भगवान शंकर के मंदिर में एक धर्म विशेष के लोगों के द्वारा उत्पात मचाते मूर्तियों को क्षतिग्रस्त की घटना हो गई। मीडिया में खबरें भी छपी और चैनलों ने इस घटना को भी दिखाया लेकिन इस बार भी न तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने और न ही गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने इस पर संज्ञान लिया। जबकि दोनों का गृह जिला दुर्ग है।
उन्होंने बेमेतरा के कांग्रेसी विधायक आशीष छाबड़ा द्वारा श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की भूमि पर वहीं के एक बिल्डर द्वारा फर्जीवाड़ा करने पर बिल्डर के प्रति सहानुभूति दिखाने का आरोप लगने पर कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर दम है तो अपने विधायक के सनातन धर्म विरोधी कार्य पर संज्ञान ले। उसके बाद सनातन धर्म की पैरवी करे।