रायपुर। विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि ईडी, आईटी के नाम से कौन डरेगा? जिसने चोरी की, उसे तो पुलिस से डरना ही चाहिए। जिसने लूट लूटकर अपार धन दौलत, काला धन जमा किया है तो उसे ईडी आईटी से डरना चाहिए। हम तो हमेशा कांग्रेस की खिलाफत करते रहे हैं। हमारे पूर्वज भी विरोध करते रहे। न हमारे पूर्वज कभी कांग्रेस से डरे और न हम डरते। जो काला धन रखे हैं, उन्हें पकड़े जाने का डर है। जिन्होंने कुछ गलत तरीके से धन नहीं जमा किया है, उन्हें ईडी आईटी का डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन वे लोग ही जांच एजेंसियों के खिलाफ बोल रहे हैं, जिन्हें इनकी कार्रवाई से डर लगता है। यह डर क्यों है? 
 
गौरतलब है कि कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं से लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री तक ईडी आईटी के खिलाफ लगातार आरोप लगा रहे हैं। जब दिल्ली में राहुल गांधी, सोनिया गांधी से नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ की गई तो छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस ने ईडी दफ्तर के सामने प्रदर्शन किया था और जब कांग्रेस के स्थानीय नेताओं को पूछताछ के लिए बुलाया गया, तब तब कांग्रेस ने ईडी दफ्तर के सामने ढोल नगाड़े बजाए। हाल ही में 175 करोड़ का कस्टम मिलिंग घोटाला उजागर होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिर ईडी का विरोध किया है। आज विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने जमकर जवाब देते हुए कह दिया कि जो काला धन रखे हुए हैं, वे ईडी आईटी से डर रहे हैं।