भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश संयोजक शिवरतन शर्मा ने चुनाव प्रबंधन समिति के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों को लोकसभा चुनाव में शानदार सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि भाजपा ने चुनाव की सफलता के लिए 38 प्रकार की समितियाँ बनाई थीं और चुनाव में उन समितियों ने पूरे समर्पण के साथ काम करके प्रदेश की 11 में से 10 सीटों पर भाजपा की जीत सुनिश्चित की। श्री शर्मा ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व द्वारा दिया गया लक्ष्य लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्राप्त किया है। हमें 51 प्रतिशत वोट पाने का लक्ष्य दिया गया था और आप सभी कार्यकर्ताओं की मेहनत से हमने छत्तीसगढ़ में 52.5 प्रतिशत वोट प्राप्त किया यानी कि विधानसभा चुनाव से 6 प्रतिशत ज्यादा वोट भाजपा को प्राप्त हुआ। कांग्रेस के ज्यादातर प्रत्याशी 2018-23 के बीच मंत्री रहे, वे भी लोकसभा चुनाव में पराजित हुए। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित उनके साथ सरकार में मंत्री रहे अन्य लोग भी बुरी तरह पराजित हुए हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने एक्सीडेंटल जीत हासिल की थी जिसे प्रदेश की जनता ने 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्हें सत्ता से बेदखल कर नकार दिया। श्री शर्मा ने कहा कि 2024 के कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को 293 सीटें प्राप्त हुई हैं और अब 10 निर्दलीय सांसदों ने भी अपना समर्थन देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को मजबूत करने का काम किया है। कांग्रेस पार्टी एक समय 415 सीटों पर होती थी जो आज 99 सीटों में ही सिमटकर रह गई है। 1984 में भारतीय जनता पार्टी में 6 प्रतिशत वोट प्राप्त किए थे जो आज बढ़कर 2024 में 36 प्रतिशत हो गया है और 56 प्रतिशत से ज्यादा वोट पाने वाली कांग्रेस पार्टी आज 21 प्रतिशत वोट पाकर सिमट गई है।
 
ये रहे मौजूद
 
कार्यक्रम का संचालन प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी एवं आभार प्रदर्शन प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सरला कोसरिया ने किया। इस दौरान बैठक में उप मुख्यमंत्री अरुण साय, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, प्रदेश सरकार के मंत्री रामविचार नेताम, नव निर्वाचित सांसद बृजमोहन अग्रवाल, संतोष पांडेय, विजय बघेल, श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, महेश कश्यप, भोजराज नाग, चिंतामणि महाराज, श्रीमती कमलेश जांगड़े,  राधेश्याम राठिया, तोखन साहू, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पांडेय, प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव, जगदीश (रामू) रोहरा, भरतलाल वर्मा व रामजी भारती सहित लोकसभा प्रबंध समिति के सभी 38 समितियों के संयोजक-सहसंयोजक एवं सदस्य मौजूद रहे।