रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री जगदीश (रामू) रोहरा ने प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व द्वारा अपने ही छात्र संगठन एन.एस.यू.आई. के आंदोलन-प्रदर्शन पर पाबंदी लगाए जाने को कांग्रेस मचे घमासान और उसके विभिन्न सहयोगी संगठनों की दिशाहीनता का जीवंत प्रमाण निरुपित किया है। श्री रोहरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में  कांग्रेस न केवल मुद्दाविहीन और वैचारिक तौर पर दिशाहीन नजर आ रही है, अपितु कांग्रेस में आज कोई किसी की सुनने को तैयार नहीं है। नतीजतन कांग्रेस में नेतृत्व के नाम पर गुटबाजी बढ़ रही है।
 
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री रोहरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस में 36 गुट हैं और नेता व कार्यकर्ता एक-दूसरे पर आरोप मढ़कर अपमानित करने भी बाज नहीं आ रहे हैं। कार्यकर्ताओं को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्लीपर सेल कह देते हैं तो कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता उनके खिलाफ बेहिचक मोर्चा खोल रहे हैं। विधानसभा चुनाव में हार के बाद बघेल समेत बड़े नेताओं पर की गई टिप्पणियों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री की हुई छीछालेदर को प्रदेश भूला नहीं है। श्री रोहरा ने कहा कि इतना सब होने के बावजूद कांग्रेस इन सारे घटनाक्रमों से कोई सबक लेने को तैयार नहीं है। गुटबाजी और मनमानियों ने कांग्रेस के संगठनात्मक ढाँचे को चरमरा कर रख दिया है और नौबत अब अपने ही छात्र संगठन के आंदोलन-प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने की आ गई है।
 
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री रोहरा ने कहा कि कांग्रेस व उसके सहयोगी संगठनों का आलम यह है कि हर जिले में नेता एक-दूसरे की शिकायत कर रहे हैं, कोई प्रदेश का प्रभारी कांग्रेस में टिक नहीं रहा है और अब एनएसयूआई पर आंदोलन करने पर बैन लगाया गया है। श्री रोहरा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यहां नेता प्रतिपक्ष तो चरणदास महंत हैं, लेकिन बयानबाजी कोई और करता रहता है। अब देखना होगा कि कांग्रेस की अंतर्कलह के इस दौर में कौन-से गुट को राहुल गांधी का आशीर्वाद मिलता है, क्योंकि कांग्रेस लोकतंत्र और परफॉर्मेंस से नहीं, बल्कि गांधी परिवार के आशीर्वाद से चलती है। श्री रोहरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की यह गुटबाजी हमेशा से छत्तीसगढ़ के लिए हानिकारक रही है। यह सभी सत्ता के लालची लोग हैं और अपने-अपने हितों के लिए गुटबाजी करते हैं। छत्तीसगढ़ के विकास के लिए कांग्रेस ने कोई काम नहीं किया।